जरूरतमंद अभिभावकों ने बच्चे को लिया गोद, दो दंपत्ति जोड़ों को डीएम ने सौंपे बच्चे
फाइनल अडॉप्शन की प्रक्रिया हुई पूर्ण, जिला प्रशासन का सराहनीय कदम
Chhapra: जीवन की आपाधापी के बीच बच्चों की आकांक्षा पाले दो दंपति जोड़ों के लिए गुरुवार का दिन खुशियां देने वाला रहा. सारण जिला प्रशासन ने दो बच्चों के दत्तक ग्रहण की कारवाई पूरी की. डीएम अमन समीर ने अपने कार्यालय कक्ष में दोनों बच्चों को उनके परिजनों को अंतिम रूप से सौंप दिया. अडॉप्शन की प्रक्रिया पूरी होते ही दोनो बच्चे अपने नए माता पिता को सुपुर्द कर दिए गए, इस दौरान दंपति जोड़ों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने भावविह्वल होकर जिला प्रशासन को धन्यवाद प्रेषित किया.
जिन बच्चों को दत्तक ग्रहण कराया गया उनमें पायल उम्र 2 वर्ष तथा शिवांश उम्र 7 महीना शामिल रहे. पायल को जहां बंगलोर के निवासी दंपत्ति ने गोद लिया वहीं शिवांश को तमिलनाडु चेन्नई के दंपत्ति ने गोद लिया. इन्होंने 2015 में बच्चा गोद लेने के लिए CARA पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन किया था. इनका नबर आने और सारी प्रक्रिया से गुजरने के बाद इन्हें चिन्हित बच्चों का प्री अडॉप्शन कराया गया था. गुरुवार को फाइनल अडॉप्शन की प्रक्रिया पूर्ण की गई.
इस अवसर पर प्रभारी सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, रवि प्रकाश, बाल संरक्षण पदाधिकारी (सीपीओ) पंकज प्रसाद, समन्वयक कहकशां रशीद, दीपांशु राज आदि उपस्थित रहे.
ज्ञात हो कि समाज कल्याण विभाग अन्तर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, सारण के माध्यम से बच्चों के दत्तक ग्रहण की कारवाई की जाती है. संस्थान में अनाथ बच्चों को पूरी सुरक्षा और सुविधाओं के बीच रख कर उनका भरपूर पालन पोषण किया जाता है. सारण जिला में 2015 से अब तक कुल 95 बच्चों को गोद दिया जा चुका है.