Chhapra: निगम मानदेय कर्मियों के हड़ताल के आगे नगर आवास विभाग विभाग झुक गया है. विभाग ने कर्मचारियों को हटाने की तिथि 2 महीने के लिए आगे बढ़ा दी है. इसके बाद भी छपरा नगर निगम के मानदेय कर्मी हड़ताल से पीछे नहीं हट रहे हैं. मंगलवार को भी शहर में सफाई कर्मी हड़ताल पर रहे और हर जगह प्रदर्शन किया. मानदेय कर्मियों का कहना है कि उन्हें हटाया ना जाए, दो महीने बाद फिर उन्हें हटा दिया जाएगा. सरकार उन्हें हटाने की बात ना करें.
सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने से छपरा शहर की हालत बद से बदतर हो गई है. दूसरी तरफ शहर में काम कर रही सफाई एनजीओ को भी यह सफाई कर्मी काम नहीं करने दे रहे हैं. उल्टा शहर में इधर-उधर प्रदर्शन के दौरान कचरा फैला रहे हैं. जिससे हर जगह कचरा और ज्यादा फैल गया. हर तरफ शहर में कचरा ही नजर आ रहा है. दूसरी तरफ छपरा में इंटर की परीक्षा चल रही है और परीक्षा केंद्रों के बाहर भी कचरा फैला नजर आ रहा है. जिसे साफ करने वाला कोई नहीं है.हालांकि प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए निगम प्रशासन से कोई पहल भी नहीं की जा रही है.प्रदर्शनकारी उत्पात भी मचा रहे हैं. हड़ताल कर रहा है सफाई कर्मी कचरे का ढेर लेकर सड़क पर फैला रहे हैं तो निगम परिसर में भी कचरा कर रहे हैं.
हालांकि राज्य के दूसरे हिस्सों में मानदेय कर्मियों ने अपनी हड़ताल खत्म करके काम करना शुरू कर दिया है लेकिन छपरा में ऐसा नहीं हो सका है, मानदेय कर्मियों का कहना है कि वह सरकार के लिए काम करना चाहते हैं दूसरी कंपनियों के हाथों उन्हें ना सौंपा जाए.बताते चलें कि लोकायुक्त के आदेश के बाद विभाग ने राज्य के सभी नगर निगम नगर पंचायत नगर परिषद से मानदेय कर्मियों को हटाकर उन्हें आउटसोर्सिंग से काम पर रखने के लिए फैसला लिया तंग, जिसके बाद से ही हर तरफ बवाल चढ़ा हुआ है, हालांकि विरोध के बाद सरकार ने फैसले को 2 महीने तक के लिए आगे बढ़ा दिया है.
पिछले 4 दिनों से सफाई कर्मियों ने नगर निगम परिसर में अब कब्जा कर लिया है, सभी ने मिलकर नगर निगम कार्यालय में तालाबंदी कर दी है. वही कई कर्मी उत्पात भी मचा रहे हैं इस दौरान सफाई कर्मियों का अमानवीय चेहरा भी नजर आया जब उन्होंने नगर निगम कार्यालय के बाहर मरा हुआ सूअर टांग दिया और विरोध करने लगे. इस तरह मानदेय कर्मी पूरे नगर निगम परिसर में उत्पात मचा रहे हैं और सफाई करने में बजाय वहां विरोध में गंदगी फैला रहे हैं. वहीं देर शाम सभी मानदेय कर्मियों ने मशाल जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया.