Chhapra: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी की परंपरा वर्षो से चली आ रही है. बच्चे बूढ़े जवान हर वर्ग के लोग इस खास दिन पतंगबाजी में अपने अनुभवों को साझा करने के साथ साथ जमकर इसका आनंद लेते है.
विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी बाजारों में माझा और पतंगों की खास दुकाने सजी है. जहाँ इस बार छोटा भीम, डोरीमोन, मोटू पतलू के साथ मोदी और राहुल पतंग ने भी कब्ज़ा जमाया है.
छोटे बच्चे जहाँ कार्टून की तरफ आकर्षित है वही युवा ज्यादातर मोदी की पतंग को पसंद कर रहे है. बाजारों में चाइनीज धागों ने पूरी तरह पांव पसार लिया है.
हालांकि अचानक हुए मौसम में बदलाव के कारण पतंगबाजों को थोड़ी निराशा हो रही है बावजूद इसके उनकी तैयारियां जोरों पर है.