छपरा: मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी दीपक आनंद ने उपस्थित पदाधिकारियों को कार्य क्षेत्रों में नियमित रुप से भ्रमण कर इस योजना के उदेश्यों के प्रति शत् प्रतिशत बच्चों को लाभान्वित होने सहित कई आवश्यक निर्देश दिये.
उन्होंने सभी प्रखंड साधनसेवी को एक सप्ताह के अंदर अपने-अपने आवंटित विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. समीक्षा के दौरान पाया गया कि साधन सेवी केवल 4-5 विद्यालयों का ही भ्रमण करते है जबकि इनको प्रतिदिन लगभग 20 विद्यालय का भ्रमण करना है. जिलाधिकारी ने 4 से 10 जुलाई के बीच अभियान चलाकर भ्रमण करने का आदेश देते हुए कहा कि इसमें चूक करने वाले साधन सेवी को दंडित किया जाएगा.
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि वैसे दूरस्थ विद्यालयों का भ्रमण जरूर किया जाए जहां मानक और गुणवत्ता को ध्यान में रखकर भोजन नहीं बनाया जाता. उस विद्यालय को चिन्हित कर प्रधानाध्यापक को दंडित किया जाए. इसके अलावे उन संवेदको पर भी कार्रवाई की जाए जो जांच में गलत पाये जाते है तथा नियमानुसार पोषणयुक्त भोजन आपूर्ति नहीं करते हो.
जिलाधिकारी ने प्रभारी पदाधिकारी मध्याह्न भोजन को सभी प्रखंड साधन सेवी का एक वाट्सअप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया है. उन्होंने किचेन सेड के निर्माण की चर्चा के क्रम में पाया गया की कुल लक्ष्य 312 के विरुद्ध केवल 173 किचन सेड ही बन पाये है. इस संबंध में डीपीओ सर्वशिक्षा ने बताया कि टीएस और जेई के साथ बैठक कर इस समस्या का बहुत जल्द समाधान कर लिया जाएगा.
बैठक में प्रभारी पदाधिकारी मध्याह्न भोजन एवं डीपीओ सर्वशिक्षा मौजूद थे.