Chhapra: शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही कलश स्थापना कर त्यौहार की शुरुआत हो गई है। शारदीय नवरात्र और कलश स्थापना के साथ ही चौक, चौराहों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर चहल पहल बढ़ गई है और स्थायी एवं अस्थायी दुकानें सजने लगी है।
जिले के सुप्रसिद्ध अम्बिका भवानी मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. सभी मंदिरों की सजावट की जा रही है. शारदीय नवरात्र के प्रारम्भ होते ही गुरुवार को दिनभर कलश स्थापना की धूम मची रही और पूरा माहौल भक्ति और श्रद्धा में बदला रहा।
दुर्गापूजा समिति के सदस्यों ने उत्साह और उमंग के बीच निर्माणाधीन पंडालों में कलश स्थापना की और मां दुर्गा के प्रथम रूप मां शैलपुत्री की पूजा की। शैलपुत्री पर्वत राज हिमालय की पुत्री हैं और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना के दौरान लाल सिंदूर, अक्षत चढ़ाकर धूप, दीप और कपूर के दिये जलाकर मां शैलपुत्री की पूजा की गई और मां दुर्गा का पाठ किया गया।
नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा के अलग अलग नौ रूपों की पूजा को लेकर भक्तों और श्रद्धालुओं के बीच खासा उत्साह है। बीते वर्ष कोरोना को लेकर दुर्गापूजा के त्यौहार पर कुछ रोक लगे थे किंतु इस बार कुछ अधिक छूट मिलने से उत्साहित पूजा समिति के सदस्यों ने दुर्गापूजा को उल्लास और उमंग के साथ मनाने में पूरी ताकत झोंक दी है।