सेवा कुटीर में रह रहे कैलाश साहनी 3 साल बाद अपने परिजनों से मिले

सेवा कुटीर में रह रहे कैलाश साहनी 3 साल बाद अपने परिजनों से मिले

Chhapra: सेवा कुटीर सारण ने 3 साल बाद कैलाश सहनी को उनके परिजन को खोज कर सौंपा। सेवा कुटीर सारण में आवासित लाभार्थी कैलाश सहनी को उनके परिवार को बुलाकर सौंपा गया। कैलाश सहनी मूल रूप से मधुबनी जिला के ग्राम –फुल्काही थाना –फुलपाराशर पोस्ट–महतौड़ा के मूल निवासी हैं।

कैलाश साहनी जब स्वस्थ थे तो वह करनाल में पोलदारी का कार्य करते थे। लगभग वहां 10 वर्ष कार्य किया। उसके बाद वर्ष 2019 में गांव वापस आये तो कुछ दिनों के बाद उनकी मानसिक स्थिति थोड़ी खराब हो गई। उनका इलाज रांची के मानसिक अस्पताल में चल रहा था। रांची से आने के क्रम में वह रास्ते से भटक गये और अपना भरण पोषण करने के लिए भीख मांगने लगे।

इसी क्रम में छपरा में आ गये और छपरा में सेवा कुटीर के क्षेत्र समन्वयक की नजर उन पर पड़ी। उनको सेवा कुटीर लाया गया। सेवा कुटीर के नियम के अनुसार उनको सब सुविधा दी गई और आवासित किया गया। उनको लगातार मेडिकल सुविधा भी दिया गया धीरे धीरे वह स्वस्थ हो गये।

उसके बाद उनके परिजन को सूचना देकर घर भेजने की प्रक्रिया अपनाई गई और परिजन के साथ घर भेज दिया गया।


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