Chhapra: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा पहली बार केंद्रीय कृत रूप आयोजित हो रहें इंटर की प्रायोगिक परीक्षा जिले के 22 परीक्षा केंद्रों पर गुरुवार से प्रारंभ हुई. परीक्षा के पहले दिन विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कुव्यवस्था का आलम देखा गया.
परीक्षा को शांतिपूर्ण व कलाचारमुक्त माहौल में सम्पन्न कराने के लिए विगत एक सप्ताह से जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग केंद्राधीक्षकों को ट्रेनिंग करा रहा था. कई परीक्षा केंद्रों पर क्षमता से अधिक परीक्षार्थियों की संख्या होने से केंद्राधीक्षकों को व्यवस्था संभालने में भीषण ठंढ में भी पसीने छूट रहें थे. जिले के कई वरीय पदाधिकारी व शिक्षा पदाधिकारी विभिन्न परीक्षा केंद्रों का दौरा कर चल रहे परीक्षा का जायजा लिया तथा केंद्राधीक्षकों व वीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.
शहर के राजेन्द्र कॉलेज, राजेन्द्र कॉलेजिएट, बी सेमिनरी, साधुलाल पृथ्वीचंद उ विद्यालय आदि परीक्षा केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा संचालित हुई. कई छात्र संगठनों के नेताओं का कहना है था सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए केंद्रीयकृत रूप से इस परीक्षा को केंद्रीयकृत रूप से संचालित करा रही हैं. इससे छात्रों को केवल परेशानी हो रही है. परीक्षा केंद्रों पर कुव्यवस्था के कारण महिला परीक्षार्थियों को परेशानी झेलना पड़ा. कुछ लोगों का कहना था कि परीक्षा केंद्रों पर संबंधित प्रायोगिक विषयों के शिक्षकों को घोर अभाव है ऐसे में इस परीक्षा का आयोजन केवल औपचारिकता मात्र हैं. इससे बेहतर होता पूर्व में जिस प्रकार होम सेंटर पर ही परीक्षा आयोजित हो रहे थे वैसे ही होता.
मालूम हो कि 11 से 15 जनवरी तक भौतिकी, कृषि विज्ञान ,व भूगोल विषय तथा 16 से 21 जनवरी तक रसायन विज्ञान, संगीत व मनो विज्ञान, 22 से 24 जनवरी तक बायोलॉजी, ईपीएस, वाईपीई तथा 25 जनवरी को सीएससी व एमडब्लूटी विषय का परीक्षा संचालित किया जायेगा. पहली बार प्रायोगिक परीक्षा में ओएमआर सीट का उपयोग किया जा रहा हैं.