शहर में बने प्रेक्षागृह में एक साथ 600 लोग बैठकर देख सकेगे कार्यक्रम, और भी बहुत कुछ है ख़ास
Chhapra: शहर के कला प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है, शहर में प्रेक्षागृह बनकर तैयार हो चुका है. जहां सुकून के साथ बैठकर शहरवासी कला, अभिनय सहित अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठा सकेंगे. शहर के दूसरे सुंदर, सुव्यवस्थित इस प्रेक्षागृह का उद्घाटन विगत 5 मई को हो चुका है. एक अनुमान के तहत इसी सप्ताह से सारणवासी इस नवनिर्मित प्रेक्षागृह में बैठकर कार्यक्रमों का आनंद उठा सकेंगे.
शहर के डाकबंगला रोड स्थित राजकीय कन्या उच्च विद्यालय परिसर में बना यह प्रेक्षा गृह कई मायनों में खास है. ऑडिटोरियम में प्रवेश निकास, मंच, ग्रीन रूम, वीआईपी रूम के साथ बैठने की व्यवस्था एवं प्रेक्षागृह में भरपूर लाइटिंग का ख्याल रखा गया है.
गर्मी से निजात दिलाने के लिए फिलहाल पंखे ही लगे हैं, भविष्य में यह पूरी तरह वातानुकूलित होगा. विद्युत और जेनरेटर की उपलब्धता के साथ इसमें फायर सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखते हुए सभी स्थानों पर पॉइंट्स दिए गए हैं.
आमतौर पर पार्किंग की समस्या से जूझते छपरा शहर के लिए इस प्रेक्षागृह में वाहनों को खड़ा करने के लिए बहुत जगह है, जहां भरपूर लाइटिंग की व्यवस्था एवं सुरक्षा के इंतजाम है.
प्रेक्षागृह की खास बात
शहर में बने इस प्रेक्षागृह में मुख्य प्रवेश द्वार के साथ-साथ दाहिने और बाएं 6 प्रवेश और निकास द्वार बने हैं. जिनसे अत्यधिक भीड़ में भी आसानी से लोग निकल सकते हैं.
प्रेक्षागृह में कुल 602 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है. जहां पूरी तरह से अत्याधुनिक कुर्सियां स्लोपिंग व्यवस्था में लगी है. जिसमें पानी का बोतल भी रखा जा सकता है. कुर्सियों में अल्फाबेट लेटर और क्रमांक लिखा गया है, जिससे आवंटित सीट पर ही दर्शक बैठ सकेंगे. सीढीनुमा बने गैलरी में फ्लोटिंग लाइट्स लगे हैं. जहां अंधेरे में चढ़ने और उतरने में किसी को कोई परेशानी नहीं होगी.
2 दिशाओं में 2 सीढ़ियां बनाई गई है. जिससे सीधे ऊपर की गैलरी में पहुंच सकते हैं. इन्हीं सीढ़ियों के किनारे प्रथम एवं द्वित्तीय तल पर अमेरिकन और इंडियन महिला पुरुष शौचालय का निर्माण किया गया है. मूत्रालय और वॉश बेसिन के अलावे पीने के पानी की भी व्यवस्था की गई है.
गैलरी के बीचो-बीच फोकस लाइट का चेंबर है, जहां से मंच पर सीधे रोशनी प्रवाहित की जाएगी.
प्रेक्षागृह में एक बड़ा मंच है. जहां कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. मंच के दोनों ओर बने चार कमरे पूरी तरह से वातानुकूलित हैं. जिनका प्रयोग किया ग्रीन रूम एवं वीआईपी लॉज के रूप में किया जा सकता है.
पूरी तरह से सुव्यवस्थित सुंदर और आकर्षक लुक वाले इस प्रेक्षागृह में बैठकर कार्यक्रमों को देखने में शहरवासियों को अलग ही आनंद आएगा.
हालांकि मंच की बनावट को देखकर नाटक और अभिनय से जुड़े कलाकारों में उदासीनता है, उन्हें लगता है कि इतने खूबसूरत प्रेक्षागृह में नाटक के मंचन के अनुसार मंच का डिजाइन नहीं दिया गया है.नाटक के मंचन में विशेष लाइट और माइक की व्यवस्था की जरूरत होती है जिसके लिए मंच के उपर की सीलिंग नही रहती है. बावजूद इसके मंच पर अभिनय और कला प्रदर्शन की कोशिश की जाएगी.
कुल मिलाकर शहर में एक मात्र एकता भवन के बाद बने इस प्रेक्षागृह में शहरवासी अभिनव, कला, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन का भरपूर लुफ्त उठाएंगे.