स्वास्थ्य मंत्री ने किया अखंड ज्योति लैब्स का शुभारंभ, कहा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सपने को साकार करने में जुटा है यह अस्पताल
अखंड ज्योति लैब्स का शुभारंभ: विजन 2030 के लक्ष्यों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
Chhapra : अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल ने अपने महत्वाकांक्षी विजन 2030 की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए, अखंड ज्योति लैब्स का शुभारंभ किया, जिसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के हाथों संपन्न हुआ। यह अत्याधुनिक नेत्र अनुसंधान प्रयोगशाला नेत्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोध और साक्ष्य आधारित सेवाओं को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का संकल्प है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर, बिहार सरकार के माननीय स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मुख्य अतिथि के रूप में अखंड ज्योति के प्रयासों की सराहना की और कहा, “यह प्रयोगशाला बिहार के नेत्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम करेगी और इसे पूरे देश में एक उदाहरण के रूप में देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार का आभार व्यक्त करता हूं, जो स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से राष्ट्र की सेवा को संकल्पित हैं। इनके द्वारा सुदूर देहात में 500 बेड का यह अस्पताल सराहनीय है, जिसका लाभ ना सिर्फ बिहार बल्कि दूसरे प्रदेशों के लोगों को भी मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि आज मुझे इस अस्पताल में नए लैब के उद्घाटन का सौभाग्य मिला है। यहां यकीनन बेहतर परीक्षण होगा और यह अस्पताल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य समाज के सपने पर खड़ा उतरने का काम कर रहा है। साथ ही यहां आयुष्मान योजना का भी लाभ गरीबों को मिल रहा है।” उद्घाटन के उपरांत मंत्री ने इस क्षेत्र में आई सेंटर स्थापित करने का भी सुझाव दिया और कहा कि इसमें जो भी मदद की जरूरत होगी, उसके लिए बिहार सरकार तत्पर है।
आपको बता दें कि अखंड ज्योति लैब्स में मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, हिस्टोपैथोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री और हेमेटोलॉजी जैसी उन्नत परीक्षण सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह प्रयोगशाला नेत्र स्वास्थ्य में साक्ष्य आधारित उपचार को बढ़ावा देगी और विजन 2030 के तहत हर साल 50 शैक्षणिक शोध पत्र प्रकाशित करने की क्षमता विकसित करेगी।
पिछले सप्ताह अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल ने अपने ऐतिहासिक विजन 2030 की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य है बिहार को अंधता मुक्त बनाना और लाखों लोगों की आँखों की रोशनी लौटाना। उस अवसर पर गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की 50 फीट ऊँची जागृत प्रतिमा का अनावरण भी किया गया था।
अखंड ज्योति लैब्स विजन 2030 के उन लक्ष्यों को साकार करने का एक सशक्त माध्यम बनेगी, जिनमें उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र स्वास्थ्य सेवाएँ, साक्ष्य आधारित उपचार और नेत्र अनुसंधान को बढ़ावा देना शामिल है।
अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल के इस प्रयास का उद्देश्य न केवल बिहार के नेत्र स्वास्थ्य में सुधार लाना है, बल्कि इसे पूरे देश के लिए एक उदाहरण बनाना है। इस लैब के माध्यम से नेत्र स्वास्थ्य अनुसंधान को नई दिशा दी जाएगी और ग्रामीण बिहार को विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी।