छपरा: छपरा टुडे डॉट कॉम की खबर का असर दिखने लगा है. शहर के मुख्य बाज़ारों में बाढ़ के उपरांत लगे जलजमाव से व्यवसायियों को हो रही परेशानी के मद्देनजर जिलाधिकारी दीपक आनंद ने नगर परिषद् के कार्यपालक पदाधिकारी को जमकर फटकार लगाई है.
विदित हो कि नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद छपरा के करीमचक, मौना चौक, सरकारी बाज़ार, साहेबगंज, सोनारपट्टी जैसे प्रमुख बाज़ारों में बाढ़ का पानी समा गया था. नगर परिषद् की लापरवाही के कारण आज भी जलजमाव की स्थिति यथावत बनी हुई है.
छपरा टुडे ने जल जमाव की निकासी में नगर परिषद् द्वारा हो रहे अनियमितता को देखते हुए ‘आखिर क्यों जलमग्न हुआ छपरा शहर‘ शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. खबर के प्रकाशन के बाद नगर परिषद् ने कुछ क्षेत्रों में सफाई करवाई थी. बावजूद इसके शहर के सरकारी बाज़ार और मौना चौक मे लगे जलजमाव की निकासी नही हो पाई.
छपरा टुडे ने जलजमाव की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए पुनः ‘बाढ़ के बाद भी नही चेता नगर परिषद्, शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल‘ शीर्षक खबर प्रकाशित किया. दो दिनों बाद ही खबर का असर दिखने लगा और जिलाधिकारी दीपक आनंद ने जलजमाव की स्थिति को लेकर गहन समीक्षा की. तत्पश्चात नगर परिषद् को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने सम्बंधित निर्देश दिया.
उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी को शहर में जमा गन्दगी की युद्ध स्तर पर सफाई एवं वहां ब्लीचिंग पाउडर एवं चुना छिड़काव का भी निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी के इस निर्देश के बाद जल्द ही बाजारों से जल की निकासी तथा सफाई व्यवस्था दुरुस्त होने की उम्मीद जगी है.
Prabhat Kiran Himanshu/Kabir Ahmad