छपरा: शिविरो में नहीं रह रहें बाढ़ पीड़ितों को सूखा राहत के रूप में चूड़ा के बदले सूखा राहत पैकेट 5 किलो चावल, 1 किलो दाल, 2 किलो आलू, 1 नमक का पैकेट, 1 हल्दी का पैकेट दिया जायेगा. जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कहा कि सदर प्रखंड बरहाड़ा महाजी में 1,000 पैकेट, रिविलगंज में 300 पैकेट तथा जलालपुर में 50 सूखा राहत पैकेट का वितरण हो चुका है.
जिलाधिकारी ने बताया कि 31 बाढ़ राहत शिविरों में 46,412 बाढ़ राहत पीड़ितों को पका भोजन कराया जा रहा है. बाढ़ राहत शिविर में नहीं रह रहें बाढ़ पीड़ितों को अबतक 2729 क्विंटल चूड़ा, 481.80 क्विंटल गुड, 26 क्विंटल सतू एवं 15459 पाॅलीथिन सिट्स बाढ़ प्रभावित अंचल सदर छपरा, रिविलगंज, गड़खा, दिघवारा, सोनपुर, दरियापुर, मांझी एवं जलालपुर में दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि सदर छपरा में 350 क्विंटल पशुचारा, रिविलगंज में 100 क्विंटल पशुचारा, गड़खा में 200 क्विंटल पशुचारा, दिघवारा में 200 क्विंटल पशुचारा, सोनपुर में 400 क्विंटल पशुचारा, कुल 1250 क्विंटल पशुचारा का वितरण किया गया है.
जिलाधिकारी ने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित अंचलों में विस्थापित एवं अन्य प्रभावित परिवारो के चिकित्सा व्यवस्था असैनिक शल्य सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सारण के नेतृत्व में की गयी है. 21 मेडिकल कैम्पों में एक-एक चिकित्सकों एवं एक-एक एएनएम की प्रतिनियुक्ति मानव दवाओं के साथ की गयी है. अभी तक 12745 व्यक्तियों का ईलाज किया गया है. साथ ही जिला पशुपालन पदाधिकारी के नेतृत्व में 13 पशु कैम्प कार्यरत है, जिसमें 7309 पशुओ की चिकित्सा करायी गयी है. उन्होंने कहा कि 23 नये चापाकल गाड़े गये है. 52 चापाकलों की मरम्मति करायी गयी है. 50 शौचालयों का निर्माण कराया गया है. राहत कैम्पों में सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के अतिरिक्त हैलोजन टैबलेट एवं 3500 क्लोरीन टैबलेट उपलब्ध कराया गया है.