Chhapra: छपरा नगर निगम के द्वारा मानसून से आने से पहले बड़े पैमाने पर मुख्य और गली मुहल्लों के नालों की सफाई का अभियान शुरू किया गया है। निगम के आयुक्त के निर्देश पर मिशन 40 अभियान की शुरुआत की गई है। जिसके माध्यम से 40 दिनों के अंदर नालियों की सफाई कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ऐसे में गली मुहल्लों में नगर निगम के कर्मी पहुँच रहें हैं। सफाई अभियान के दौरान सबसे ज्यादा परेशानी अतिक्रमण के कारण उत्पन्न हो रही है। निगम क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने नालियों पर अतिक्रमण कर लिया है। कहीं छज्जा जो कहीं सीढ़ियाँ बना दी गई हैं। जबकि निगम के क्षेत्र में सीढ़ी या छज्जा का निर्माण नहीं किया जा सकता है। ऐसे में नालों की सफाई में दिक्कत हो रही है। साथ ही स्थानीय निवासी नगर निगम के कर्मियों से उलझ भी जा रहें हैं। नगर निगम द्वारा अतिक्रमण खास कर नालियों के ऊपर अवैध निर्माण को हटाने को लेकर फिलहाल तो कोई अभियान नहीं शुरू किया है पर जिस प्रकार से सफाई में अतिक्रमण बाधक साबित हो रहा है, वैसे में ऐसा प्रतीत होता है कि जल्द ही ऐसे अतिक्रमण पर कार्रवाई हो सकती है।
वहीं दूसरी ओर छपरा नगर निगम के नगर आयुक्त सुमित कुमार के द्वारा मुख्य नाला की सफाई का औचक निरीक्षण गुरुवार को किया गया। निरीक्षण के क्रम में जजेज् कॉलोनी से होते हुए गांधी चौक, भगवान बाजार, राजेंद्र कॉलेज से सटे सभी मुख्य नाला की साफ-सफाई का निरीक्षण किए।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सैकड़ों मजदूरों एवं संसाधन लगाकर मिशन 40 के तहत सफाई कराई जा रही है। उन्होंने सफाई निरीक्षक एवं सफाई जमादार को निर्देश दिया कि 15 जून के पहले सभी मुख्य नाला की साफ-सफाई पूर्ण रूप से हो जानी चाहिए, ताकि मानसून आने पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न ना हो। साथ ही जहां ज्यादा जल जमाव हो रहा है उस जगह को चिन्हित कर कार्यालय में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए। ताकि बारिश होने के उपरांत 2 घंटे के अंदर उस जलजमाव को निकाला जाए। उसके लिए की क्यू आर टी टीम का गठन किया गया है।
गठित टीम सभी वार्डों में जहां जल जमाव हो रहा है उसका रिपोर्ट कार्यालय को जमा कर रहे हैं। बारिश होने के बाद जलजमाव होने पर तुरंत उसको सक्शन मशीन या पंप मशीन के द्वारा पानी का निकासी किया जा सके। नगर आयुक्त ने निगम कर्मियों को मिशन 40 के तहत सफाई को युद्ध स्तर पर चलाने का निर्देश दिया है।