हादसों का केंद्र बनता जा रहा है मेथावलिया फोरलेन चौराहा

हादसों का केंद्र बनता जा रहा है मेथावलिया फोरलेन चौराहा

Chhapra: शहर से सटे न्यू बायपास सड़क का मेथावलिया चौराहा इन दिनों हादसों का केंद्र बनता जा रहा है. चार दिशाओं से इस चौराहे पर आने वाले वाहनों में टकराव अब आम बात होने लगी है.जिसमे वाहनों की क्षति के साथ साथ लोगो की मौत भी हो जा रही है. छपरा बायपास और छपरा मढ़ौरा मुख्य पथ के बीच बने इस चौराहे पर किसी सड़क मार्ग पर दिशा निर्देश नही लगा है, जिससे वाहन चालकों को यह पता चले कि आगे चौराहा है. जिससे वह सतर्क हो जाये और सावधानी पूर्वक इस चौराहे को पार कर सकें.

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जिला प्रशासन द्वारा कुछ दिनों पूर्व शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए पुलिस पिकेट बनाकर वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोका जा था जिससे उस दौरान दुर्घटना नही हो रही थी. लेकिन इस सड़क पर पुनः परिचालन प्रारम्भ होने के बाद से यहां दुर्घटनाओं का तांता लगा हुआ है.

एक माह के अंतराल में अब तक इस चौराहे पर एक दर्जन से अधिक बड़े वाहनों की आपस मे टक्कर हो चुकी है. वही एक दर्जन से अधिक समान लदे बड़े वाहन अनियंत्रित होकर पलट चुके है. जिससे समान और वाहन दोनों की क्षति हुई है. लेकिन जिला प्रशासन पूरी तरह अनभिज्ञ है.

विगत दिनों मेथावलिया चौराहे पर दो बड़ी घटनाएं हुई. जिनमे एक पिकअप वैन पर सवार ऑर्केस्ट्रा पार्टी की गाड़ी टकराव के बाद पलट गई जिसमें कई लोग घायल हो गए. वही हाल ही में ईद की पूर्व संध्या दो ट्रकों की आपस मे टक्कर के बाद एक ट्रक में आग लग जाने से ट्रक के अंदर जलने से खलासी की मौत हो गयी.वही दूसरी ट्रक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.

छपरा मढ़ौरा पथ और न्यू बायपास सड़क पर दोनों ही तरफ से तेज गति से वाहन आती है. छपरा मढौरा-मशरख सड़क पर पूरे दिन सवारी बसों का परिचालन होता है तो वही बायपास सड़क पर सवारी और ट्रक का परिचालन होता है. प्रतिदिन चलने वाले वाहन के चालक को इस चौराहे के पता है, लेकिन अंजान और लंबी दूरी वाले वाहन चालक इस चौराहे पर तेजी से आते है और दुर्घटना का शिकार हो जा रहे है.

सबसे ज़्यादा दुर्घटना रात के समय हो रही है जब गाड़ी की स्पीड ज्यादा होती है और अचानक इस चौराहे को पार करने के दौरान वाहन चालक या तो टक्कर मार देते है या फिर अनियंत्रित होकर पलट जाते है. समय रहते अगर जिला प्रशासन द्वारा अगर इस चैराहे के चारो सड़क पर दिशा सूचक बोर्ड या फिर अन्य निर्देश का बोर्ड नही लगाता है तो निश्चित तौर पर कोई बड़ी घटनाएं घट सकती है.

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