छपरा: शहर के पेट्रोल पम्प पर बुधवार को अजीबो गरीब स्थिति पैदा हो गयी. वाहन चालक पेट्रोल पम्प पर डीजल और पेट्रोल के लिए पहुँचे लेकिन वहां अचानक पम्प संचालकों ने पम्प की सभी लाइट बुझाकर काम ठप कर दिया. कुछ ही देर में दर्जनों वाहन इकट्ठा हो गयी लेकिन तेल नही मिल रहा था. हालांकि जैसे ही घड़ी में 7:15 बजे की सभी अपने काम में लग गये. पेट्रोल पम्प की सभी लाइट जलने लगी और सभी एक बार फिर पेट्रोल और डीजल लेने लगें.
दरअसल यह पूरा मामला पेट्रोल पम्प यूनियन द्वारा किये गए ब्लैक आउट का था. बिहार पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आहवान पर जिले के सभी कंपनी के पेट्रोल पंप ने राष्ट्रव्यापी घोषित विरोध-प्रदर्शन के तहत बुधवार को संध्या सात बजे से 15 मिनट ब्लैक आउट किया. जिसके कारण जिले के सभी पेट्रोल पम्प पर 7 बजे से 7: 15 मिनट तक पम्प बंद रहे. पम्प के साथ साथ वाहनों के लाइट को भी बंद रखा गया.
इस संबंध में सारण जिला पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव सुधांशु शर्मा ने छपरा टुडे डॉट कॉम संवाददाता को बताया कि पेट्रोल और डीजल में कमीशन बढ़ाने सहित अन्य कई मांगों को लेकर 15 मिनट का ब्लैक आउट रखा गया था. सभी पेट्रोल पम्प मालिकों ने एकजुटता दिखाते हुए इस दौरान अपने यहाँ ब्लैक आउट रखा. इस दौरान उपभोक्ताओं को कोई परेशानी ना हो इसका भी ख्याल रखा गया. जो उपभोक्ता वहां आए, उनसे 15 मिनट रुकने का अनुरोध किया गया.
डीलर एसोसिएशन की प्रमुख मांगों में पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण संबंधी समस्या में डीलरों व ग्राहकों की हितों की रक्षा, ट्रांसपोर्ट वेंडर संबंधी समस्या में अखिल भारतीय स्तर पर दर में एक रुकता, आपूर्ति में डीलरों को तेल की कमी की ऑटोमेशन के माध्यम से कमी की क्षतिपूर्ति, डीलर मार्जिन फोर्मूला में बदलाव कर मार्जिन बढाना शामिल है. इसके अलावा शौचालय की समस्या एवं समाधान सहित कई अन्य मामले भी शामिल है.