छपरा: छपरा में विगत दिनों हुए हिंसा को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ प्रेम कुमार और सांसद गोपाल नारायण सिंह ने प्रेस वार्ता कर घटना के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन को दोषी करार दिया.
छपरा परिसदन में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार ने घटना की न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अगर सही समय पर कार्य किया होता हो ऐसी घटना नहीं घटती. प्रशासन द्वारा निष्पक्ष कारवाई के बजाए दूसरे पक्ष के लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है और सरकार के इशारे पर बेक़सूर लोगों पर झूठा मुकदमा भी किया जा रहा है.
उन्होंने सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के द्वारा प्रशासन को 3 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. घटना में बेवजह जिन भी लोगों का नाम लाया गया है उसे वापस लिया जाय अन्यथा पार्टी आंदोलन करेगी.
छपरा के विधायक पर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि विधायक ने अपने कर्तव्य के तहत सड़क पर आकर लोगों के साथ प्रदर्शन किया. प्रशासन बेवजह स्थानीय विधायक को परेशान कर रही है.
प्रेस वार्ता में राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि राज्य में हो रही घटनाएं सरकार द्वारा सुनियोजित ढंग से एक खास वर्ग को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस घटना में तस्वीर और वीडियो को प्लान के तहत वायरल किया गया है. मकेर की घटना में अभियुक्त की गिरफ़्तारी में हुई देरी से ऐसी घटना हुई. जबकि निर्दोष लोगों को अभियुक्त बनाया जा रहा है. उन्होंने बिहार में ‘सुपर जंगल राज’ की बात करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा पत्थरबाजी करने वालों की जगह शांतिपूर्ण जुलूस निकालने वालों पर कारवाई वोट की राजनीति के लिए की जा रही है.
इस दौरान स्थानीय विधायक डॉ सी.एन. गुप्ता, विधान पार्षद ई. सच्चिदानंद राय समेत कई नेता उपस्थित थे.