सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को संरक्षित रखने के लिए भाषा को सुरक्षित रखना जरूरी: गुप्तेश्वर पांडेय

सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को संरक्षित रखने के लिए भाषा को सुरक्षित रखना जरूरी: गुप्तेश्वर पांडेय

Chhapra: भाषा का महत्व केवल उसे बोलने भर से ही नही बल्कि भाषा से सभ्यता, संस्कृति, परंपरा झलकती है. इन सबको संरक्षित रखने के लिए भाषा को सुरक्षित रखने की जरूरत है. उक्त बातें छपरा में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव के उद्घाटन करने के बाद होमगार्ड के डीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने कही.

उन्होंने कहा कि कोई भी भाषा तब ही जीवित रह सकती है जब वहां की संस्कृति जीवित रहे. भाषा से संस्कृति, सभ्यता, परंपरा और चरित्र का बोध होता है.

भोजपुरी में अश्लीलता को लेकर दुःख जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए भोजपुरी में अश्लीलता को परोसने में लगे है. ऐसे लोगों को अलग रखने की जरूरत है. उन सभी का विरोध होना चाहिए.

उन्होंने कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी लोरी और सोहर गाकर भोजपुरिया संस्कृति और भाषा की मिठास से सभी आगंतुकों को परिचित कराया. उन्होंने कहा कि भोजपुरी भाषा मीठी भाषा है इसको बोलने में आदर का भाव आता है.

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