पोषण अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं और किशोरियों की हुई एनीमिया की जांच

पोषण अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं और किशोरियों की हुई एनीमिया की जांच

• सदर परियोजना कार्यालय में विशेष कैंप लगाकर हुई जांच

• विशेष कैंप के दौरान महिलाओं को पोषण के प्रति किया गया जागरूक

• खून की कमी से होती है एनीमिया

Chhapra: जिले में कुपोषण के खिलाफ जन आंदोलन अभियान चलाया जा रहा है। सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है और इस दौरान समुदाय स्तर पर तमाम गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है । महिलाओं पुरुषों और बच्चों को पोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को सदर शहरी क्षेत्र के बाल विकास परियोजना कार्यालय में विशेष शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं और किशोरियों की एनीमिया की जांच की गई। एएनएम के द्वारा गर्भवती महिलाओं व किशोरियों की एनीमिया की जांच की गई तथा पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी गई। कैंप का शुभारंभ सदर शहरी क्षेत्र के सीडीपीओ कुमारी उर्वशी के द्वारा किया गया। सीडीपीओ ने बताया कि विशेष कैंप में 100 से अधिक महिलाओं व किशोरियों की जांच की गई है तथा आवश्यक परामर्श दिया गया है।


महिलाओं को अपनी सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी

सीडीपीओ कुमारी उर्वशी ने बताया कि लाभार्थियों को हम कुपोषण से लड़ने और पोषण को अपनाने की बात तो करते ही हैं। लेकिन, कई बार पारिवारिक व घरेलु कामकाज के दबाव में आकर महिलायें अपनीजज सेहत का ध्यान नहीं रख पाती हैं। कई मामलों में यह भी देखा गया है कि कोई गर्भवती महिला लाभुक खानपान पर ध्यान तो देती है, लेकिन इन सबके बावजूद भी उसकी सेहत गिरती जाती है। जिसका सीधा असर गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। यह सब उनके उपर परिवार की जिम्मेदारियों के कारण होता है। इसके लिये महिलाओं को घर की चिंता के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुये इस साल एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) विभाग ने महिलाओं को खुद के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिये यह कदम उठाया है।


एनीमिया प्रबंधन की दी गई जानकारी

इस दौरान यह भी जानकारी दी गई कि गर्भवती माता, किशोरियां व बच्चों में एनीमिया की रोकथाम जरूरी है। गर्भवती महिला को 180 दिन तक आयरन की एक लाल गोली जरूर खानी चाहिए। 10 वर्ष से 19 साल की किशोरियों को भी प्रति सप्ताह आयरन की एक नीली गोली का सेवन करनी चाहिए। छह माह से पांच साल तक के बच्चों को सप्ताह में दो बार एक-एक मिलीलीटर आयरन सिरप देनी चाहिए। इस मौके पर सीडीपीओ कुमारी उर्वशी, एलएस स्मिता, शांति कुमारी, मुन्नी कुमारी, बीसी स्वाति, बीपीए धृति, सेविका लीलावती देवी, अनिता देवी, शारदा देवी, मधु, रौशन आरा समेत अन्य मौजूद थी।

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