Nashik: देश मे कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर के बीच महाराष्ट्र में नासिक के जाकिर हुसैन नगरपालिका अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से हड़कंप मच गया. इस हादसे में 22 मरीजों की मौत हो गई. अस्पताल के एक ऑक्सीजन टैंकर में अचानक तेज मात्रा में ऑक्सीजन लीक होने लगी. जिसे देखते हुए लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचित किया.
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक रिसाव की वजह से हादसा दिल दहला देने वाला है. उससे होने वाले जानमाल के नुकसान से मन उदास हो गया. उन्होंने इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नासिक ऑक्सीजन टैंकर रिसाव दुर्घटना की खबर सुनकर व्यथित है. इस घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.
गैस रिसाव की घटना की नासिक डीएम ने पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि डाॅ. जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन लीक की घटना के कारण अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है. नासिक के डाॅ.जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने की घटना पर राजेंद्र शिंगणे, महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा कि हमें प्राथमिक जानकारी मिली है कि इस घटना में 11 मरीज़ों की मौत हुई है. इस घटना की जांच करने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
महाराष्ट्र के मंत्री राजेश टोपे ने नासिक ऑक्सीजन टैंकर के रिसाव पर कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. मैंने नासिक नगरपालिका आयुक्त से बात की. उन्होंने मुझे सूचित किया है कि स्थिति अब नियंत्रण में है. मैं जल्द ही नासिक जाऊंगा. नासिक संरक्षक मिन छगन भुजबल पहले ही वहां जा चुके हैं.
नासिक के अस्पताल में ऑक्सीजन लीकेज की घटना पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जो हुआ वह काफी दुखद है. इस हादसे 22 लोगों की मौत हो गई, जो मन का काफी विचलित करने वाली है. मेरी प्रशासन से मांग है कि जरूरत अनुसार मरीजों को दूसरे अस्पतालों में स्थानांतरित किया जाए और उनकी हरसंभव मदद की जाए. हम घटना की विस्तृत जांच की मांग करते हैं.
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और पालिका आयुक्त कैलाश जाधव के अनुसार इस हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई. जबकि अन्य कई लोगों की भी हालत गंभीर बतायी जा रही है. दरअसल ऑक्सीजन लीक होते ही कुछ समय के लिए ऑक्सीजन की सप्लाई रोकी गई थी.
स्थानीय प्रशासन के अनुसार लीकेज के कारण ऑक्सीजन की सप्लाई करीब आधे घंटे से ठप पड़ी हुई है. जिससे वेंटिलेटर पर मौजूद 22 मरीजों की मौत हो गई. घटना के समय अस्पताल में 171 मरीज भर्ती थे. ऑक्सीजन लीक होने के बाद से मरीजों की हालत बिगड़ने लगी और उन्हें तुरंत दूसरे दूसरे अस्पतालों में भर्ती करवाया गया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि अब लीकेज को काफी हद तक कंट्रोल कर लिया गया है. राजेश टोपे ने बताया टैंकर के वॉल्व्स में लीकेज के कारण ऑक्सीजन अस्पताल परिसर में फैल गई थी.
गौरतलब है कि घटना की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू टीम वहां पहुंच गई है. कोरोना संक्रमण के कारण देश पहले ही ऑक्सीजन संकट से गुजर रहा है. प्रतिदिन कई कोरोना मरीजों की मौत ऑक्सीजन न मिलने के कारण हो रही है.