Chhapra: सारण जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा मोबाइल टेस्टिंग वैन से कोरोना की जांच की जा रही है. इस दौरान रैपिड एंटीजन टेस्ट के माध्यम से ग्रामीणों की जांच की जा रही है. अलग अलग प्रखंडों में मोबाइल टेस्टिंग वैन भेजी जा रही है ताकि ग्रामीण लोग आसानी से अपना टेस्ट करा सके.  

जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे ने बताया कि गुरुवार को 1677 टेस्ट हुए जिनमे से 04 टेस्ट कोविड पॉजिटिव पाए गए है. उन्होंने बताया कि 17 मई से जिला प्रशासन द्वारा गांव में मोबाइल टेस्टिंग वैन भेजकर रैपिड एंटीजन टेस्ट से जांच किया जा रहा है. जिसमे 17 मई को 1516 टेस्ट हुए 18 रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आये. वही 18 मई को 2233 टेस्ट, 22 कोविड पॉजिटिव और 19 मई को 2519 टेस्ट हुए जिनमे 18 कोविड पॉजिटिव मरीज मिले थे.


उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तत्पर है. किसी गांव में यदि सर्दी, खांसी आदि से लोग पीड़ित है और जांच के लिए कैंप लगाना चाहते है तो 06152- 245023 (कंट्रोल रूम) पर संपर्क कर सकते है.

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मशरक: क्रिकेट मैच को ले हुए विवाद में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट की घटना में आधे दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलो को मशरक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहा इलाज चल रहा है। घटना की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुच मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। घटना को ले दोनो पक्ष में तनाव है। हालांकि थाना पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनो पक्ष शांत है।

घायलो में मशरक थाना क्षेत्र के चैनपुर चमरिया गांव के उग्रीम माॅझी के 18वर्षीय पुत्री निरज कुमारी, मोसाफिर माॅझी- 60 एवं उनका पुत्र 20वर्षीय नीतेश कुमार मांझी जबकि दूसरे पक्ष के रतन मांझी के 35वर्षीय पत्नी सुनिता देवी एवं 18वर्षीय पुत्र प्रदीप कुमार मांझी, दुर्गा मांझी 50 एवं ऊनकी पत्नी कांती देवी- 45 घायल का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

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• सभी स्वास्थ्य केंद्रों एआरटी जांच कीट होना जरूरी
• केंद्रीय स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन
• संदिग्ध व संक्रमित व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में एक साथ नहीं रखा जायेगा
• गांवों में शुरू की जायेगी ओपीडी, संदिग्धों की कोविड जांच की व्यवस्था

Chhapra: जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित व सजग है। इसको देखते केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए नई दिशानिर्देश जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शहरी क्षेत्रों से सटे और ग्रामीण इलाकों में जहां घर पर आइसोलेशन संभव नहीं है, वहां दूसरी बीमारियों से ग्रसित बिना लक्षण वाले या हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए कम से कम 30 बिस्तर वाले कोविड केयर सेंटर बनाने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्रों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में रैपिड एंटीजन टेस्‍ट (आरएटी) किट्स उपलब्ध होनी चाहिए। स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच की जाने के बाद मरीज को तब तक आइसोलेट होने की सलाह दी जाए, जब तक उनकी टेस्ट रिपोर्ट नहीं आ जाती।

सामुदायिक स्तर पर बुनियादी ढांचा को करें मजबूत

स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि शहरी इलाकों में मामले बढ़ने के अलावा अब शहरी इलाकों से जुड़े क्षेत्रों, ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में भी मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। उसने ये दिशानिर्देश इसलिए जारी किए हैं ताकि ये समुदाय कोविड-19 से निपटने के लिए सभी स्तरों पर स्वास्थ्य देखभाल की बुनियादी ढांचा को मजबूत कर सकें।

संदिग्ध व संक्रमित व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में एक साथ नहीं रखा जायेगा

ग्रामीण स्तर पर बनाये जाने वाले कोविड देखभाल केंद्र (सीसीसी) में किसी संदिग्ध या संक्रमित व्यक्ति को भर्ती कर सकते हैं। लेकिन, उनके लिए अलग जगह और साथ ही उनके प्रवेश तथा निकासी के लिए अलग व्यवस्था होनी चाहिए। एसओपी में कहा गया है, ‘संदिग्ध और संक्रमित व्यक्ति को किसी भी परिस्थिति में एक साथ नहीं रखा जाना चाहिए।’

गांव स्तर पर की जायेगी निगरानी
स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन्स में कहा गया है कि हर गांव में, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता और पोषण समिति की मदद से आशा द्वारा समय-समय पर इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी/गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण के लिए सक्रिय निगरानी की जानी चाहिए। इसमें यह भी कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को रैपिड एंटीजन टेस्टिंग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।

गांवों में शुरू की जाए ओपीडी, संदिग्धों की कोविड जांच हो

पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित संक्रमितों या ऑक्सीजन स्तर कम होने पर मरीजों को बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में भेजने का निर्देश दिया गया है। जुकाम-बुखार और सांस से संबंधित परेशानी के लिए हर उपकेंद्र पर ओपीडी चलाई जाए। दिन में इसका समय निश्चित हो। अगर किसी में कोरोना के संदिग्ध लक्षण हैं, तो उनकी स्वास्थ्य केंद्रों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाए या फिर उनके सैंपल नजदीकी कोविड जांच सेंटर में भेजे जाएं।

संक्रमित के संपर्क में आए लोगों को दें ये सलाह
गाइडलाइन के मुताबिक, जिन लोगों में कोई लक्षण नहीं नजर आ रहा है, लेकिन वह किसी संक्रमित के करीब गए हैं और बिना मास्क या छह फीट से कम दूरी पर रहे हैं तो उन्हें क्वारंटीन होने की सलाह दें। साथ ही उनकी तत्काल कोविड जांच की जाए। हालांकि, यह संक्रमण के फैलाव और केसों की संख्या पर निर्भर करता है, लेकिन इसे आईसीएमआर की गाइडलाइंस के हिसाब से किया जाए।

ऐसे मरीजों को किया जाए आइसोलेट

नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि करीब 80-85 फीसदी मरीज बिना लक्षणों वाले या बेहद कम लक्षणों वाले आ रहे हैं, ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती किए जाने की जरूरत नहीं है। इन्हें घरों या कोविड केयर फैसिलिटी में आइसोलेट किया जाए। ये मरीज होम आइसोलेशन के दौरान केंद्र की मौजूदा गाइडलाइंस का पालन करें। इन मरीजों के परिवार के सदस्य भी गाइडलाइन के हिसाब से ही क्वारंटीन रहें। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी कोरोना बचाव संबंधी नियमों का पालन करते हुए लगातार उनके हालचाल लेते रहें। अगर किसी मरीज में गंभीर लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत मेडिकल सुविधा दी जाए।

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Chhapra:  जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है. संक्रमित मरीजों की संख्या में भी लगातार वृद्धि देखी जा रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि कोरोना के मरीजों को तत्काल चिकित्सीय उपचार उपलब्ध हो सके.

स्वास्थ्य विभाग संक्रमण की जांच हेतु पूरे जिले में रैपिड एंटीजन टेस्ट से कोरोना की जांच के लिए अब निजी अस्पतालों में संक्रमण की जांच के लिए व्यवस्था की गयी जाएगी. जिस मद्देनजर रोग नियंत्रण, लोक स्वास्थ्य, पारा मेडिकल स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार पटना के निदेशक प्रमुख डॉ. नवीन चंद्र प्रसाद ने सिविल सर्जन को पत्र जारी कर निजी अस्पतालों के लिए जरुरी दिशानिर्देश जारी किये हैं.

जांच के लिए सिविल सर्जन को किया गया है प्राधिकृत
भारतीय आर्युविज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की दिशा निर्देश के आलोक में यह निर्णय लिया गया है कि सभी प्रकार के निजी चिकित्सा सेवा संस्थान, डायग्नोस्टिक सेंटर एवं लैबोरेट्री में रैबिट एंटीजन कीट के माध्यम से कोविड-19 जांच की सुविधा प्रदान की जाएगी। निजी चिकित्सा संस्थानों में रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से जांच के लिए सिविल सर्जन को प्राधिकृत किया गया है। सिविल सर्जन से अनुमति प्रदान करने के बाद ही रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से निजी संस्थान जांच कर सकते हैं। संबंधित निजी अस्पताल कोविड-19 से संबंधित सभी प्रोटोकॉल के साथ आईसीएमआर पोर्टल पर दिए गए निर्देश का पालन करेंगे। हर दिन के पूरे टेस्टिंग का विवरण आईसीएमआर पोर्टल पर अपलोड करना होगा और पोर्टल पर अपलोड करने संबंधी जानकारी जिला स्वास्थ समिति, पटना को देनी होगी।

निजी स्वास्थ्य संस्थानों को इन शर्तों का करना होगा पालन
रैपिड एंटीजन कीट जांच के लिए निजी स्वास्थ्य संस्थानों को शर्तों का पालन करना होगा। संबंधित निजी चिकित्सा संस्थान में अनिवार्य रूप से पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट उपलब्ध कराने होंगे तथा संबंधित संस्थान के लैब टेक्नीशियन एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर उपलब्ध कराना होगा तथा उनका दो दिवसीय प्रशिक्षण सदर अस्पताल में कराया जाएगा। जिन्हें रैपिड इंजन किट से जांच एवं राज्य के पोर्टल पर जांच से संबंधित आंकड़ों को प्रविष्ट करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। बायो मेडिकल वेस्ट डिस्पोजल के लिए बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश का पालन करना अनिवार्य होगा। राज्य स्वास्थ्य समिति से संपर्क कर निजी संस्थानों को डाटा एंट्री ऑपरेटर को लॉगिन पासवर्ड उपलब्ध कराया जाएगा ।अनुमति प्राप्त निजी चिकित्सा संस्थान अनिवार्य रूप से प्रतिदिन किए जाने वाले जांच राज्य स्वास्थ समिति बिहार के पोर्टल पर प्रविष्ट भी करेंगे।

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मशरक: मशरक-मलमलिया एसएच- 73पर देवरिया नहर के पास पिक अप भान – बोलेरो की टक्कर में आधे दर्जन लोग गंभीर रूप घायल हो गया। घायलो को मशरक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां घायलो की स्थिति नाजुक देख चिकित्सक ने छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सभी घायल सिवान जिले बसंतपुर थाना क्षेत्र के डबछो गाव के बताए जाते है। सभी पंजाब से घर आ रहे थे। घायलों ने बताया कि पंजाब से ट्रेन से छपरा आए वही से बोलेरो से घर जा रहे थे कि देवरिया के पास बोलेरे में पीकप ने टक्कर मार दी।

दोनो वाहनो की टक्कर की आवाज के बाद सवार लोगों के चिल्लाने की आवाज पर अगल बगल के लोग पहुचे तथा अस्पताल पहुचाया। घायलो में सिवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के डबछू गांव निवासी शम्भू राम 50 एवं उनकी पुत्री काजल कुमारी 18 एवं प्रियंका कुमारी 22 तथा पत्नी कलावती देवी 45 जगतपुर बंगरा गांव निवासी मंगल राय के पुत्र चालक सिकन्दर राय 30 तथा डमछो के राजेन्द्र राम के पुत्र राहुल कुमार 22 बताया जाता है।

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जलालपुर: प्रखंड के दो जगहों पर 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण केंद्र बनाए जाने से वैक्सीनेशन में तेजी आ गई है. शनिवार को लगभग 400 व्यक्तियों को कोविड19 का वैक्सीन दिया गया.

पीएचसी जलालपुर के सूत्रों के अनुसार शनिवार को बीआरसी जलालपुर स्थित केंद्र पर 224 व्यक्तियों को, वही उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवरिया हसुलाही स्थित केंद्र पर 153से अधिक व्यक्तियों को टिका दिया गया. दो केंद्र बनाए जाने से लोगों की वैक्सीन लेने में आसानी हो गई है.

टीकाकरण के लिए बीआरसी केंद्र पर एएनएम रेखा कुमारी, नीतू कुमारी, कमलेश भारती, अनीता देवी. वहीं रजिस्ट्रेशन के लिए अभिषेक कुमार, पीएमडब्ल्यू सुधीर कुमार सिंह, एंटीजन टेस्ट के लिए नीतू कुमारी व गीता कुमारी सक्रिय रहे. वही देवरिया हंसुलाही केंद्र के लिए प्रशांत दूबे, निर्मला, श्रीवास्तव एएनएम जय श्री एनएम जयश्रीदेवी, निर्मला सिंह सुर्मिला देवी, राहुल कुमार, सनी कुमार सैनी काफी सक्रिय दिखे.

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Chhapra: मसरख महम्मदपुर मुख्य मार्ग पर राजापट्टी के डुमरसन बाजार के समीप ट्रक ने ऑटो को टक्कर मार दी. जिससे तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घायलों को आनन-फानन में मसरख स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. पुलिस ने ट्रक को जप्त कर लिया है. वहीं इस सड़क दुर्घटना में ऑटो के परखच्चे उड़ गए हैं.

घटना को लेकर बताया जा रहा है कि गोपालगंज की तरफ से आ रही ट्रक ने डुमरसन बाजार पर विक्रम ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी. जिससे चालक समेत तीन लोग घायल हो गये. घायलों में पानापुर के सतजोड़ा गांव निवासी मुनेश्वर पांडे एवं उनके पुत्र पंकज पांडे शामिल है.वही इस दुर्घटना में चालक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सांढा मठिया निवासी दशरथ साह भी गंभीर रूप से घायल हो गए.

सूचना मिलने पर पहुंचे मसरख थाने की पुलिस ने सभी घायलों को इलाज के लिए मशरक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया एवं ट्रक को जप्त कर लिया. मसरख अस्पताल के चिकित्सकों ने तीनों गंभीर का प्राथमिक उपचार कर उन्हें बेहतर उपचार के लिए छपरा रेफर कर दिया गया है.

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मशरक : मशरक थाना क्षेत्र के बंगरा चौहान टोला में बुजुर्ग को चाकू मार घायल कर दिया गया. साथ ही महिलाओ के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया. इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि लॉकडाउन में बन्द दुकान खोलकर गुटखा नही देने पर युवक ने समधियाना आए बुजुर्ग समधी को चाकू मार घायल कर दिया.

घायल की पहचान बसंत सिंह के रूप में हुई है. जिन्हें इलाज के लिए मशरक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. घायल बुजुर्ग बसंत सिंह मशरक थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव निवासी है.

बंगरा चौहान टोला के बंद दुकान में एक युवक आया और गुटखा मागने लगा मना करने पर बसंत सिंह को चाकू मार दिया. बचाने गयी कलावती देवी के साथ अभद्र व्यवहार किया. थाना पुलिस को एक आवेदन दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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मशरक : मशरक-तरैया एसएच- 73 पर मशरक बड़ी मुशहर टोली के पास बालू लदा ट्रक गड्ढे में पलट गया. हालांकि इस घटना में कोई हताहत नही हुआ. गाड़ी पलटने के पूर्व ही चालक खलासी भाग निकले.

घटना को लेकर बताया जाता है कि मशरख तरैया मुख्य मार्ग पर ट्राली ट्रक सड़क किनारे पलट गया. ट्रक पर उजला बालू लदा था. जो छपरा के तरैया के तरफ से आ रहा था. इसी बीच मशरक बड़ी मुशहर टोली के पास अचानक पलट गया.ट्रक पलटने से पूर्व ही चालक व खलासी फरार हो गया है. घटना की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुच मामले की जाच कर रही है.

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मशरक : मशरक के धवरी गोपाल गांव में शौच करने गए युवक की हत्या का मामला प्रकाश में आया है. घटना के बाद परिजनो में कोहराम मच गया है. मृतक की पहचान उमेश महतो के रूप में हुई है. सूचना पाकर मशरक पुलिस इंस्पेक्टर उदयप्रताप सिंह एवं थानाध्यक्ष राजेश कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेज दिया तथा मामले की जांच शुरू कर दी.

घटना को लेकर परिजनो ने बताया कि उमेश महतो रोज की तरह बुधवार को भी शाम में करीब 8 बजे घर से लोटा ले शौच करने गया था. घर से करीब 4सौ मीटर दुरी पर गया था. कुछ देर तक वापस नही आया. इसी बीच आसपास के युवक द्वारा मारपीट की सूचना मिली. मृतक के माॅ कौशल्या देवी ने पुलिस के सामने ब्यान दर्ज कराई है कि मेरा पुत्र उमेश महतो प्रतिदिन की भांति आज भी मेरा पुत्र उमेश महतो शौच करने के लिए गांव के पुरब करीब 400 गज की दूरी पर गया था. करीब कुछ देर बाद हमारे गांव के चन्देश्वर महतो का पोता विकास उम्र 18 वर्ष ने घर पर बताया कि गांव से धवरी रामनगरी जाने वाली खरंजा सड़क के दाहिने और 200 गज पूरब कटसा रोड में खेत के पास उमेश महतो तीन व्यक्ति को मारते पीटते हुए देखा गया. लहुलुहान हालत में अपने मोबाइल के साथ गिरा पड़ा है. उसकी सूचना पर हम अपने पतोह सुनिता देवी तथा सहयोगी देवचन्द महतो, संजय महतो के साथ उसके बाद बेहतर इलाज के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से मशरक अस्पताल ले गए जहां उसकी मृत्यु हो गई.

उनका कहना है कि पुराना भूमि विवाद को लेकर शिवनाथ महतो पिता शंकर महतो ग्राम धनौता थाना महाराजगंज (सिवान) जो हमारे गांव में ससूराल में बसे हैं तथा दूसरा धवरी गोपाल एवं एक बगल गांव के व्यक्ति द्वारा जान से मारने की धमकी चार दिन पूर्व में दी गयी थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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मशरक : मशरक मलमालिया मुख्य मार्ग पर बनसोही बाजार के समीप पिकअप ने बाइक सवार को टक्कर मार दी. जिससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए मशरख अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायल युवक की स्थिति नाजुक देख छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. घायल युवक सिवान जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र अंतर्गत सरसैया गांव निवासी धर्मनाथ मिश्र के पुत्र राजेश कुमार मिश्र बताया जाता है.

राजेश कुमार मिश्र अपने घर से मशरक बाइक से जा रहा था इसी बीच बनसोही बाजार के पास बाइक में पीकअप वैन ने धक्का मार दिया. पुलिस ने पीकअप वैन को पकड़ थाना ले आयी. पीकअप वैन पर तरबुजा लदा था. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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Chhapra: निर्धन, निराश्रित एवं अन्य नाजुक वर्गों के लिए जिला स्कूल में सामुदायिक किचन के संचालन का जायजा स्थानीय विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने लिया.

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इस दौरान विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने कहा कि सरकार का शुरू से प्रयास है कि जरुरतमंदो तक भोजन उपलब्ध कराया जाए. इसी क्रम में सरकार के निर्देशानुसार सारण जिला प्रशासन के जिला आपदा प्रबंधन प्रशाखा द्वारा शहर के जिला स्कूल एवं विशेश्वर सेमिनरी में सामुदायिक किचेन का संचालन किया जा रहा है. जहां शहर के निर्धन एवं निराश्रित को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.

सामुदायिक किचेन में लोगों की अच्छी खासी उपस्थिति हो रही है. कोरोना काल के दौरान राज्य में जबतक लॉक डाउन है ऐसे में गरीब और निराश्रित के समक्ष भोजन एक बड़ी समस्या उत्पन्न न हो इसलिए सामुदायिक किचन से लोगों को सहायता देने का प्रयास जारी है.

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