पटना: बिहार वासियों के लिए एक अच्छी खबर है. बिहार के मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस की तरह अब ट्रेन एंबुलेंस की सुविधा शुरू की गई है. अभी यह सुविधा सिर्फ पटना से दिल्ली के लिए है. ट्रेन एंबुलेंस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस होती है. ट्रेन एंबुलेंस से दिल्ली जंक्शन पर उतरते ही मरीजों को सारी सुविधाएं दी जाती हैं. साथ ही जंक्शन से मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए वाहन की सुविधा भी मुहैया कराई जाती है. जंक्शन से अस्पताल तक की ट्रांस्पोर्टिंग सुविधा एक एजेंसी मुहैया कराती है.
बता दें कि पटना से ट्रेन एंबुलेंस की शुरुआत हाल ही में हुई है. अभी तक 100 से अधिक मरीजों को नई दिल्ली के अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है. पटना के अस्पताल से निकालने से लेकर नई दिल्ली के अस्पताल तक पहुंचाने में औसत 14 घंटे से 15 घंटे लगते हैं. ट्रेन एंबुलेंस से मरीज को पटना से दिल्ली ले जाने का किराया 50 से 70 हजार रुपये के बीच रखा गया है. मरीज की हालत और उपकरणों की जरूरत के हिसाब से यह तय होता है. इसके लिए कई कागजात की जरूरत पड़ती है. इसमें मरीज के चल रहे इलाज की केस हिस्ट्री, आईडी प्रूफ आदि शामिल हैं
ये है सुविधाएं…
डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ, वेंटिलेटर, सी-पैप, वाई-पैप, इन्फ्यूजन, मॉनिटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, सेक्शन मशीन आदि. ट्रेन रुकी तो रोड एंबुलेंस की सेवा मुहैया कराई जाती है. कोहरे अथवा किसी अन्य घटना के कारण अगर यह ट्रेन नई दिल्ली के आसपास 40 किमी के क्षेत्र में घंटों रुक जाए तो रोड एंबुलेंस की मदद ली जाती है. यह सब दूरी और मरीज की स्थिति के अनुसार तय किया जाता. यदि ट्रेन गाजियाबाद अथवा इसके आसपास के आठ से 10 किलोमीटर तक की दूरी पर हो तो वहां से भी मरीज को अस्पताल तक पहुंचाया जाता है.