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तेज प्रताप यादव ने सारण के स्वास्थ्य केंद्रों का किया निरीक्षण, कहा- कोरोना से लड़ाई में नीतीश सरकार नाकाम

Chhapra: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने जिले के आधा दर्जन स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर वहां मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली.

श्री यादव अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सिवान और गोपालगंज जाने के दौरान सारण जिले के आधा दर्जन स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया.

तेज प्रताप यादव तरैया रेफरल अस्पताल के निरीक्षण के बाद दोपहर में मशरक पीएचसी पहुंचे. जहां घूम घूम कर पीएचसी का निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों से मिले और वहां भर्ती मरीजों और उनके परिजनों का हाल-चाल भी जाना.

इस दौरान तेजप्रताप ने पीएचसी प्रभारी पर बदहाल सेवा रखने के लिए जमकर फटकार लगाई. उन्होंने कैम्पस में खड़ी बदहाल एम्बुलेंस, स्टोर में फैली कुव्यवस्था और वैक्सीन नही रहने पर सरकार को जमकर कोसा. मौके पर मढ़ौरा विधायक जितेन्द्र राय, राजद जिला अध्यक्ष सुनील राय, उप प्रमुख साहेब हुसैन उर्फ टुनटुन, इसुआपुर पूर्व प्रमुख पति व राजद नेता अजय यादव समेत दर्जनों राजद कार्यकता मौजूद रहे.


उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह बदहाल है. ग्रामीण इलाकों में अवस्थित पीएचसी की स्थिति बहुत दयनीय है. कोरोना काल में पेशेंट मर रहे हैं उनके परिजनों को उनका शव नहीं दिया जा रहा था. आरजेडी नेता ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बिहार में बदतर स्थिति है और राज्य सरकार की नाकामी इसे और बढ़ा रही है.

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं है, बेड नहीं है, गरीबों को ऑक्सीजन नहीं मिलता है.

बड़े लोगों को पैरवी करने के बाद ऑक्सीजन मिलता है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे कोरोना काल में अपने घरों से नहीं निकले. सरकार पूरी तरह से विफल है. स्वास्थ्य मंत्री अपने घरों में एसी में पैक रहते हैं और वहीं से बयान देते हैं.

तेजप्रताप यादव ने कहा कि सरकार ने विधायको के एच्छिक निधि से स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए दो दो करोड़ रुपया दिया गया था. लेकिन उसका सही इस्तेमाल नही किया गया है. वही रोगी कल्याण समिति सदस्य राजेन्द्र सिंह ने उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए ज्ञापन सौंपा.

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