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रोडरेज में हुई थी रूपेश सिंह की हत्या, पटना के SSP ने किया खुलासा, शूटर गिरफ्तार

Patna: पटना में जनवरी महीने हुए इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. मामले की जांच कर रहे एसआईटी के मुताबिक रुपेश की हत्या रोडरेज के कारण हुई थी. पुलिस ने इस मामले में एक शूटर को गिरफ्तार कर लिया है.

पूरी घटना की जानकारी देते हुए पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि एयरपोर्ट से लौटने के दौरान रूपेश सिंह के साथ रोडरेज की घटना हुई थी. जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी.

एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी पटना के आदर्श नगर का निवासी रितुराज है. रितुराज बाइक चोर है और महंगी बाइक की चोरी करता है.

पुलिस ने रितुराज के पास से चार गोली, 13 जनवरी की चार अलग-अलग अखबार, हत्या को अंजाम देने के वक़्त पहना गया कपड़ा, झोला, चोरी की अपाचे बाइक बरामद की है.

एसएसपी ने बताया कि हत्या के नियत से आए अपराधी जब घटना को अंजाम देने आए थे, तो बाइक का नंबर कुछ और था. लेकिन जब वह घटना को अंजाम देकर भागे तो उनके बाइक का नंबर कुछ और था.

पुलिस हिरासत में रितुराज ने बताया कि नवंबर महीने के अंत में वो बाइक चोरी करने की नियत से अपने टारगेट एरिया में जा रहा था. इसी दौरान जब एलजेपी कार्यालय से उसने यू टर्न लिया तो सामने से एक गाड़ी तेज रफ्तार में आई. वह गाड़ी रूपेश की थी. आरोपी की मानें तो दोनों गाड़ी में टक्कर हो गई और इस हादसे में वो मरते-मरते बचा. वहीं, हादसे के बाद रूपेश ने उसे कार बाहर निकल कर फटकार लगाई थी और पुलिस के पास ले जाने की बात कही थी. चूंकि, रितुराज चोरी की बाइक से जा रहा था, तो उस वक़्त उसने कुछ नहीं कहा लेकिन कार के उस जगह से निकलते ही उनसे कार का पीछा किया और गाड़ी का नंबर याद कर लिया. इसके बाद उसने कई दिनों तक गाड़ी की रेकी की. गाड़ी की रेकी के बाद उसने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की.

हत्या वाले दिन वो अपने तीन दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचा. वो चार बार पहले भी रूपेश को गोली मारने की कोशिश कर चुका था. ऐसे में 12 जनवरी के दिन जैसे रूपेश ने अपने अपार्टमेंट वाली गली में एंट्री ली, घात लगाए बैठे रितुराज और उसके साथ ने रूपेश की गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद वे पुनाई चक से आर ब्लॉक-दीघा रोड पर चले गए. फिर रूपसपुर का रूट पकड़ा. लेकिन वहां से कहां गए अंधेरा होने की वजह से इसका पता नहीं चला था.

पुलिस की मानें तो आरोपी एक सम्पन्न परिवार से आता है. उसे किसी चीज़ की कोई कमी नहीं है. उसने बाहर रहकर पढ़ाई की है. दिल्ली में वो कॉल सेंटर में काम करता था. कुछ दिन उसने बैंक में भी काम किया है. पिछले दो-तीन सालों से वह बाइक चोरी की घटना को अंजाम देने में जुट गया था. उसे बाइक की अच्छी समझ भी है.

हत्या के बाद जब उसे पता चला कि रूपेश कौन है तो वो रांची भाग गया था. लेकिन जैसे ही वो पटना लौटा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

 

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