राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव का हुआ आगाज, जुटे भोजपुरिया कलाकार

राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव का हुआ आगाज, जुटे भोजपुरिया कलाकार

Chhapra (Aman Kumar): दो दिवसीय 2सरा राष्ट्रीय भोजपुरी महोत्सव का उद्घाटन शहर के एकता भवन में शनिवार को होमगार्ड के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, विधान पार्षद ई सच्चिदानंद राय, विधायक डॉ सीएन गुप्ता, जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय, डॉ हरेंद्र सिंह, श्याम बिहारी अग्रवाल समेत गण्यमान्य लोगों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया.

उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में डीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने भोजपुरी भाषा की महत्ता को लोगों को बताया. उन्होंने कहा कि आज के दौर में भोजपुरी भाषा को बचाने के लिए दिन रात बहुत से लोग खुद को न्योछावर कर रहे हैं. उन्होंने भोजपुरी में बढ़ी अश्लीलता के खिलाफ जमकर आवाज उठायी. साथ ही लोगों से भाषा मे अश्लीलता फैलाने वालों का विरोध करने की अपील की. उन्होंने ऐसे लोगों को कहीं भी बुलाकर सम्मानित न करने की बात कही.

उन्होंने कहा कि भोजपूरी भाषा समाज और हमारी संस्कृति की अन्तरात्मा है. भाषा व्यवहार में होती है. यह भाषा दुनियाभर के 20 से अधिक देशों में 25 करोड़ लोग के बीच बोली जाती है. लेकिन अश्लीलता की वजह से हमारे यहां यह भाषा संकट में हैं.

भोजपुरी भाषा पर संकट 
इस दौरान उन्होंने बचपन की यादों को भी साझा किया और लोगों को भोजपुरी से और भी गहराई से जोड़ने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भोजपुरी समाज की अपनी एक अलग ही संस्कृति और परम्परा है. पिछले कुछ दशकों में अंग्रेजी सभ्यता के आने से इस भाषा की संस्कृति में बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि बाहर के प्रदूषण से हमें अपनी संस्कृति और परम्परा को बचाना है.

मद्यनिषेध को लेकर किया जागरूक
इसके अलावें डीजी गुप्तेश्वर पांडेय ने लोगों को मद्यनिषेध को लेकर लोगों को जागरूक किया. उन्होंने नशा छोड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि बिहार को नशामुक्त करने के लिए सरकार ने कदम उठाए है. सभी मिलकर प्रयास करें तो एक दिन ज़रूर कामयाबी मिलेगी.

इस दौरान प्रो केके द्विवेदी ने कहा कि भाषा का भी संस्कार होता है. अगर यही संस्कार विहीन होगी तो भाषा मर जाएगी. उन्होंने इस दिशा में जागरूक लोगों से सार्थक कदम उठाने की अपील की. उन्होंने कहा कि भाषा के साथ आत्मीय सम्बन्ध होना चाहिए. साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय में भोजपुरी में पढ़ाई को लेकर मांग की. इसके अलावें कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को विधान पार्षद ई सचिदानन्द राय, प्राचार्य प्रमेंद्र रंजन, विधायक सीएन गुप्ता, सीपीएस निदेशक डॉ हरेंद्र सिंह, बिहार विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज, प्रो उषा वर्मा, संयोजक उमाशंकर साहू, महासचिव अजित सिंह ने भोजपुरी को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा की.

कार्यक्रम में भोजपुरी भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर आवाज उठाई गई.

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