– शराबबंदी के प्रति जागरूक करना हमारा मकसद
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यहां कहा कि शराबबंदी का निर्णय वर्ष 2015 का है और उसको लेकर जितना अभियान चला है आप सब लोग जानते हैं। इसको लेकर हमलोगों ने नौ बार समीक्षा बैठक की है। इस बार जो समीक्षा बैठक हुई है उसमें स्पष्टता के साथ हमने सारे अधिकारियों को कह दिया किए एक-एक चीज को देखिए, किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। 25 तारीख को शराबबंदी को लेकर फिर एक बार शपथ ली जायेगी।
सीएम ने कहा कि शराबबंदी को लेकर प्रशासन को एक-एक चीज देखने की जिम्मेदारी दी गई है। शराब पीना और शराब उपलब्ध कराना गलत चीज है। यह अनैतिक और गैरकानूनी है। इस पर रोक लगाना और लोगों को शराबबंदी के प्रति जागरूक करना हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर पुलिस की छापेमारी से लोगों में भय नहीं बल्कि सूची है। शराबबंदी को लेकर पूरे बिहार में फिर से अभियान चलाया जायेगा। हमलोग खुद बिहार के विभिन्न जगहों पर जाकर लोगों को शराबबंदी के प्रति जागरूक करेंगे। इससे लोगों में शराबबंदी के प्रति और जागरूकता आयेगी।
नेता प्रतिपक्ष द्वारा बिहार सरकार पर लगाए गये आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों को काम से कोई मतलब नहीं है। बिहार में कितना काम हो रहा है यह सभी लोगों को पता है। विभिन्न विभागों के मंत्री भी अपने-अपने काम में लगे रहते हैं। आगे और कैसे बेहतर काम हो इसको लेकर हमलोग विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि हर महीने के पहले तीन सोमवार को हम जनता से मिलकर उनकी शिकायतों का समाधान करते है। जनता की शिकायतों का अब तेजी से समाधान किया जा रहा है। जिनको बोलना है वो बोलते रहे। इसको लेकर हमें कोई दिक्कत नहीं है बोलने का अधिकार सभी को है लेकिन काम करने की ड्यूटी सिर्फ हमलोगों की है। यह हमलोगों का कर्तव्य है हमलोग अपने काम में लगे पड़ते हैं।
शराब को लेकर शादियों की पार्टी में पुलिस की छापेमारी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली है कि कुछ लोग शादी के कार्यक्रम में भी शराब पिलाने का इंतजाम करते हैं। इस संबंध में पुलिस को सूचना मिलने पर छापेमारी की जा रही है। इसको लेकर किसी को भी चिंता नहीं करनी चाहिए जो लोग शराब का सेवन नहीं करते है उनको इससे कोई दिक्कत नहीं है। पुलिस को शराब को लेकर कोई जानकारी मिली होगी, उसी के आधार पर छापेमारी की गई होगी। इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
सीएम ने आयुर्वेदिक कॉलेज तथा तिब्बी कॉलेज का किया निरीक्षण
सीएम ने कहा कि आज हमलोग दोनों कॉलेजों की स्थिति को देखने के लिए आए हैं। कई साल पहले हम यहां आए थे स्वास्थ्य विभाग को इसको लेकर काम कर रहा है। इसी सिलसिले में हमलोग यहां देखने के लिए आए है। दोनों इंस्टीच्यूशन को हमने देख लिया और बातचीत हमलोगों ने कर लिया है। दोनों तरफ के चिकित्सकों से हर स्तर पर बातें हुई है। इस बार हमलोग विस्तार करेंगे देश में सबसे शुरूआती दौर में आयुर्वेद कॉलेज पटना में बना था। पटना के अलावे अन्य जगहों पर भी इस चिकित्सा पद्धति का विकास करेंगे। पटना के अलावा मुजफ्फरपुर दरभंगा और बेगूसराय की स्थिति के बारे में भी हमलोगों ने समीक्षा कर ली है। उसका भी विस्तार करेंगे।
सीएम ने कहा कि सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद और यूनानी कॉलेज जो कि देश के पुराने संस्थानों में से एक है, इसका हमलोग और विस्तार कर रहे है पीएमसीएच के लिए काम हो रहा है, अन्य जगहों पर भी मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। इस प्रकार चिकित्सा और महाविद्यालयों का हमलोग विस्तार करेंगे। इस पर हमलोगों ने बातचीत कर ली है और इसका ऐलान हमलोग कुछ दिन के बाद करेंगे। उन्होंने कहा कि राजगीर में होने वाले राष्ट्रीय आयुर्वेद पर्व के अवसर पर सारी बातें विस्तार से रखी जायेगी हमलोगों ने तय किया है कि आयुर्वेद कॉलेज का हमलोग विस्तार करेंगे।