पटना: बिहार के रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। जयनगर-पटना नमो भारत रैपिड एक्सप्रेस को अब आरा और बक्सर तक विस्तारित करने की योजना है। पूर्व मध्य रेलवे ने इस प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड को भेजा है और स्वीकृति मिलने पर यह सेवा जून 2025 के अंत तक शुरू हो सकती है। 120 किमी/घंटे की रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन परंपरागत रेल पटरियों पर मेट्रो जैसी सुविधाएं प्रदान करती है, जिसमें ऑटोमैटिक डोर लॉक सिस्टम, आरामदायक सीटें, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स और खड़े होने के लिए पर्याप्त जगह शामिल है।

आरा और बक्सर तक इसका विस्तार संभव
वर्तमान में नमो भारत रैपिड एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 94803/94804) जयनगर से सुबह 5:28 बजे चलकर मधुबनी, सकरी, दरभंगा, समस्तीपुर, बरौनी, मोकामा और बाढ़ होते हुए 10:30 बजे पटना जंक्शन पहुंचती है। वापसी में यह पटना से शाम 6:05 बजे रवाना होकर 11:45 बजे जयनगर पहुंचती है। ट्रेन में 16 कोच हैं, जो 2,000 से अधिक यात्रियों को ले जा सकते हैं। हाजीपुर रेलवे जोन के मुख्य सूचना जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि पटना में ट्रेन के रखरखाव के लिए पांच घंटे का समय उपयोग में लाया जाएगा, जिससे आरा और बक्सर तक इसका विस्तार संभव होगा।

किराया अन्य ट्रेनों जैसे वंदे भारत के आधार पर
पटना से जयनगर तक का किराया सेकंड सिटिंग श्रेणी में 340 रुपये और साधारण श्रेणी में 85 रुपये है। हालांकि, पटना से आरा (लगभग 39 किमी) और बक्सर (लगभग 117 किमी) के लिए किराया अभी निर्धारित नहीं हुआ है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, किराया अन्य ट्रेनों जैसे वंदे भारत के आधार पर तय हो सकता है। अनुमान है कि नमो भारत का किराया इससे कम होगा, क्योंकि यह छोटी दूरी की ही सेवा है।

आरा और बक्सर के 600 से अधिक दैनिक यात्रियों के लिए वरदान
यह ट्रेन आरा और बक्सर के 600 से अधिक दैनिक यात्रियों के लिए वरदान साबित होगी, जो व्यवसाय, शिक्षा और अन्य जरूरतों के लिए पटना और मिथिलांचल क्षेत्र के बीच यात्रा करते रहते हैं। पूरी तरह वातानुकूलित कोच, केवच एंटी-कोलिजन सिस्टम, सीसीटीवी और बायो-वैक्यूम टॉयलेट जैसी सुविधाएं इसे आधुनिक और सुरक्षित बनाती हैं। रेलवे बोर्ड की मंजूरी के बाद यह सेवा बिहार की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम करेगी।