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बिहार में ब्लैक फंगस के नौ मामले मिले

पटना: कोरोना की दूसरी लहर के बीच बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान ब्लैक फंगस के नौ मामलों का पता चला है. इसमें से पटना में छह,भागलपुर में दो और एक मुजफ्फरपुर में एक मरीज ब्लैक फंगस से पीड़ित बताए गए हैं.

पटना के एक निजी अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में ब्लैक  फंगस से संक्रमित छह मरीज मिले हैं।वे कोविड सर्वाइवर थे. एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए एक मरीज की सर्जरी की. डॉक्टर ने  दावा है कि अगर वह 24 घंटे की देरी होती तो, तो वह बच नहीं पाता.

पटना, एम्स के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल के अनुसार  कम प्रतिरक्षा वाले व्यक्ति ब्लैक फंगस के शिकार हो सकते हैं. आंखों में सूजन और दर्द, नाक में सूखापन, कम आंखों का दिखना कुछ सामान्य लक्षण म्युकर्माइकोसिस के हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे कोरोना सर्वाइवर को उच्च आर्द्रता, धूल भरे क्षेत्रों, एयर कंडीशनिंग सिस्टम आदि से बचना चाहिए.

उल्लेखनीय है कि ब्लैक फंगस या म्यूकोर्मिकोसिस एक कवक रोग है, जो स्टेरॉयड के साइड इफेक्ट के कारण कोरोना सर्वाइवर में दिखाई देता है.

महामारी के चरण के दौरान, कई मरीज़ स्टेरॉयड का उपयोग कर रहे हैं जैसे डेक्सोना जिससे यह बीमारी बाहर आती हैं.

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