श्रीनगर: दिल छू लेने वाली मिसाल कायम करते हुए दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में मुसलमानों ने एक कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार किया. कुलगाम में 84 साल के मालवान के निवासी जानकी नाथ की शनिवार को हुई थी. जानकी नाथ आतंकवादियों के खतरे के बावजूद घाटी छोड़कर कहीं नही गये लेकिन उनके घर वाले घाटी से पलायन कर गए.
अंतिम विदाई देने के लिए गांव के पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी पहुँचीं. उनके घर में सिर्फ़ उनकी पत्नी हैं जो बहुत कमज़ोर हैं. उनकी बेटी की शादी हो गई है और वह घर पर नहीं थीं. इसलिए अंतिम संस्कार स्थानीय मुसलमानों ने कराया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि “जानकीनाथ जी की मौत से हम सब दुखी हैं क्योंकि यहां अब एक ही पंडित परिवार रहता था. हम यहां पंडित बरादरी के साथ उसी तरह रहते थे जैसे हम मुसलमान आपस में रहते हैं. जानकी नाथ पिछले दो महीनों से बहुत ज़्यादा बीमार थे. हम हर दिन उनके घर जाते और रात देर तक उनके पास ही बैठते थे.
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