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श्रीरामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने फिर उठाये सवाल, जदयू ने कहा-ओछी राजनीति

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने बिहार विधानमंडल के प्रांगण में मीडिया से बातचीत में मंगलवार को एक बार फिर से श्री रामचरित मानस पर सवाल खड़े किए हैं। मैं अपने पुराने बयान पर कायम हूं। रामचरित मानस में थोड़ा कचरा है, जिसे साफ करने की जरूरत है। उन्होंने रामचरित मानस की एक और चौपाई पर सवाल खड़ा किया है। शिक्षा मंत्री के बयान का महागठबंधन में शामिल जदयू ही विरोध कर रही है। शिक्षा मंत्री के ताजा बयान को जदयू ने चीप पब्लिसिटी बताया है। कहा कि उनमें दम है तो वो दूसरे धर्मों पर सवाल उठाकर दिखाएं।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस ग्रंथ में कई ऐसे दोहे हैं, जिस पर वह आगे भी सवाल उठाते रहेंगे। रामचरित मानस को कूड़ा-कचड़ा कहने पर जब रिपोर्टर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये मैंने नहीं कहा, यह डॉ. लोहिया ने कहा है। मैं उनकी बातों को दोहरा रहा हूं। उन्होंने कहा कि विधानसभा में किसी की हिम्मत नहीं कि मेरे बयान पर सवाल खड़ा कर सके। मैं आज भी कह रहा हूं कि रामचरित मानस में शूद्रों का अपमान किया गया था। लोहिया और आंबेडकर की नजर से मैं पढ़ता हूं। आज का शूद्र पढ़ा-लिखा है। उसे बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है।

शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान के बाद जदयू विधायक डॉ. संजीव ने विरोध जताया। उन्होंने कहा कि यह ओछी राजनीति के लिए दिया गया बयान है। इन्हें इलाज की जरूरत है। रामचरित मानस पर कोई सवाल नहीं खड़ा कर सकता है। हिम्मत है तो दूसरे धर्मों के बारे में बयान देकर सड़क पर चल कर दिखाएं। यह तो हिंदू धर्म की महानता है कि वह अभी तक इस तरह का बयान दे रहे हैं।जदयू विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि हिंदू धर्म से इतनी नफरत है तो धर्म परिवर्तन कर ले। उन्होंने कहा कि इसी तरह का बयान किसी दूसरे धर्म के लिए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर दिये होते तो घर से निकलना उनका मुश्किल हो जाता। यह हिन्दू धर्म ही है जिसके बारे में जिसको जो मन में आता है बोलकर चला जाता है।

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