Site icon | छपरा टुडे डॉट कॉम | #ChhapraToday.com

बेगूसराय के निजी स्कूल को प्रबंधन ने बना दिया मुफ्त ऑक्सीजन सेंटर

बेगूसराय: वायरस जनित वैश्विक महामारी कोरोना के इस दौर में कुछ लोग आपदा में अवसर तलाश रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इस भीषण संकट में लोगों का सहारा बनकर उनकी सेवा में तन-मन-धन समर्पित कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के बेगूसराय में सामने आया है। जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से आने वाले परिवार के बड़े निजी स्कूल संचालक ने पूरे विद्यालय को ही ऑक्सीजन सपोर्ट सेंटर के रूप में विकसित कर दिया है।

विद्यालय में ऑक्सीजन सुविधा से युक्त 30 बेड लगाए गए हैं। सभी बेड पर पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। बेड और ऑक्सीजन समेत सभी व्यवस्था पूरा करने के बाद डीएम को सूचना दे दिया गया है। दो दिनों के अंदर सरकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति होने के बाद कोरोना संक्रमित लोगों का मुफ्त में इलाज शुरू हो जाएगा। कोरोना संक्रमित मरीजों को मुफ्त ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध कराने के लिए के लिए यह ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम जिला मुख्यालय के हेमरा रोड में स्थित दून पब्लिक स्कूल (जूनियर विंग) में बनाया गया है।

विद्यालय के निदेशक पंकज कुमार ने सोमवार को बताया कि उनकी बहन जब गंभीर रूप से बीमार हो गई थी तो अस्पताल में इलाज के दौरान ऑक्सीजन की मारामारी से रूबरू होना पड़ा। ऑक्सीजन के अभाव में लोगों को सड़क पर तड़प-तड़प कर मरते देखा। उसी दिन उन्होंने निर्णय लिया था कि ऑक्सीजन के लिए परेशान मरीजों को मुफ्त में ऑक्सीजन और बेड की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। बहन के अंतिम क्रिया कर्म के दिन 30 बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट सेंटर बनाने की घोषणा की। यहां 30 बेड और पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ सभी व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी से इसे चालू करवाने का अनुरोध किया गया है।

चिकित्सकों की कमी के मद्देनजर सरकार के आदेश पर बहाली प्रक्रिया शुरू हो गई है, दो दिनों के अंदर चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति का आश्वासन मिला है। उसके बाद ऑक्सीजन युक्त बेड की सुविधा सभी लोगों को मुफ्त में मिलने लगेगा। उन्होंने हेल्पलाइन नंबर- 7781048938 भी जारी किया है। पंकज कुमार ने बताया कि पीड़ित मानवता की सेवा करना हमारा फर्ज है। देश हित में हमने यह निर्णय लिया है, अभी जब विद्यालय है तो क्यों ना हम अपने शिक्षा के मंदिर में लोगों की सेवा करें, इसमें होने वाला सभी खर्च विद्यालय वहन करेगी। इस महामारी में सभी लोग अपने-अपने तरीके से मानवता की सेवा करेंगे, तो हारेगा कोरोना और जीतेगा भारत।

इनपुट एजेंसी से

Exit mobile version