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पत्रकार हत्याकांड: पुलिस की कहानी में छेद ही छेद है: राकेश प्रवीर

सीवान (नवीन सिंह परमार): सीवान में हुए पत्रकार हत्याकांड के मामले में बुधवार को पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए NUJI बिहार के महासचिव राकेश प्रवीर ने कहा कि पांच लड़कों को पकड़ कर बिहार पुलिस ने उन्हें शूटर बताते हुए पत्रकार राजदेव हत्याकांड को सुलझाने की जो कहानी गढ़ी है, उसमें कोई दम नहीं है.

उन्होंने कहा कि यह कोई अहम कामयाबी नहीं बल्कि सीवान और बिहार पुलिस की फेस सेविंग कार्रवाई है. पुलिस की इस कार्रवाई की कोख में ही कई सवाल पल रहे हैं, जिनका जवाब आना बाकी हैं, मसलन रोहित को हत्या की सुपारी देने वाला लड्डन मियां कहां है? पत्रकार राजदेव रंजन से लड्डन मियां की क्या दुश्मनी थी? हत्या का मकसद क्या था? राजद के पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन से लड्डन मियां का क्या सम्बन्ध है? हत्या के दिन से ही परिवार के साथ लड्डन मियां कहां फरार है? हाल ही में जेल से छूटा लड्डन मियां किसका आदमी है? अगर पुलिस दबाव में काम नहीं कर रही है तो इन सारे सवालों के जवाब से क्यों बच रही है?

उन्होंने कहां कि अच्छी खबर बस इतनी है कि सीबीआई ने पत्रकार हत्याकांड की प्रारम्भिक जाँच शुरू कर दी है. इस कांड के मुख्य अभियुक्त के गिरेवान पर हाथ डालने की बिहार पुलिस में हिम्मत नहीं है. अगर ऐसा हुआ तो सरकार गिर जायेगी. इसीलिए आज प्रेस से बात करने के दौरान बिहार पुलिस के एडीजी सुनील कुमार यह तो कह रहे थे कि इस कांड का मुख्य अभियुक्त पकड़ से बाहर है. मगर उनमें यह कहने की हिम्मत नहीं थी कि मुख्य अभियुक्त कौन हैं?

उन्होंने कहा कि ऐसे में सीबीआई से ही कुछ उम्मीद है. मगर अभी थोडा इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल फजीहत से बचने के लिए पुलिस कुछ लड़कों को पकड़ कर अपनी पीठ खुद थपथपा रही है. आज पुलिस ने जो कहानी सुनाई है, उसमें छेद ही छेद है.  

साभार: DNMS, SIWAN  

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