नई दिल्ली, 22 जुलाई (हि.स.): बिहार काे विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मामले काे लेकर बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आैर सहयाेगी दलाें के सांसद अभी
आशान्वित हैं। बिहार काे विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के मामले में राजनीति करने पर पलटवार भी किया है। साेमवार काे बजट सत्र के बाद पत्रकाराें से बातचीत में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “सरकार ने बिहार काे विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के अनुरोध को खारिज नहीं किया है, बिहार का विकास भी नहीं रुकेगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि बिहार के लिए खजाना खाेल दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये का पैकेज आवंटित किया है और इसके ऊपर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए क्याेंकि प्रधानमंत्री स्वयं मानकर चल रहे हैं कि विकसित बिहार के बिना पूर्वांचल प्रगति नहीं कर सकता।
केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि आज लालू प्रसाद यादव बिहार काे विशेष दर्जा दिए जाने की वकालत कर हैं, उन्हें (लालू प्रसाद यादव) यह समझने की जरूरत है कि जब वे कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रहे थे और किंगमेकर बन गए थे। उस समय ऐसा कानून मौजूद था जो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे सकता था, तो उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की कोशिश क्यों नहीं की ?
वे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा बिहार काे विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने के मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
बिहार काे विशेष श्रेणी के दर्जे पर सरकार की प्रतिक्रिया पर लाेक जनशक्ति पार्टी की सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, “विशेष दर्जा एक ऐसा शब्द था जो योजना आयोग तक मौजूद था। नीति आयोग के गठन के बाद किसी को स्पेशल कैटेगरी स्टेटस के तहत कुछ भी नहीं दिया गया लेकिन राज्यों को विशेष पैकेज जरूर मिला है, जिससे विकास को गति मिलेगी।