राजद के शासनकाल में महिलाओं को बोलने का भी अधिकार नहीं था: मुख्यमंत्री

राजद के शासनकाल में महिलाओं को बोलने का भी अधिकार नहीं था: मुख्यमंत्री

पटना, 24 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानसभा में मॉनसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के नेता पर भड़क गए। नीतीश ने मसौढ़ी से राजद विधायक रेखा देवी को फटकार लगाते हुए कहा कि महिला हो, समझती नहीं हो, इन लोगों (राजद) ने महिलाओं को कभी आगे बढ़ने नहीं दिया।

नीतीश कुमार ने कहा कि अरे महिला हो कुछ जानती नहीं हो…आज महिला होकर बोल रही हो। राजद के समय कभी किसी महिला को बोलने की इजाजत थी। कभी वो लोग (राजद) किसी महिला को आगे बढ़ाए थे। साल 2005 के बाद हमने महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने का कार्य किया। आज बोल रही हो फालतू। इसलिए कह रहे हैं सुनो।

इसके पहले विधानसभा में नए आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर महागठबंधन के विधायक हंगामा कर रहे थे। विपक्षी विधायकों का कहना था कि जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी। इसी मांग को लेकर राजद के विधायक विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद सदन में हंगामा होता देख खुद सीएम नीतीश कुमार सरकार आगे आए। नीतीश ने कहा कि आपलोग हंगामा कर रहे हैं। यदि बैठकर सभी लोग हमारी बातों को सुन लीजिएगा तो आपको भी ठीक लगेगा और मुझे भी अच्छा लगेगा और सारी बातें भी क्लियर हो जाएगी। इसके बाद भी विपक्ष के विधायक हंगामा करते रहे।

इसके बाद सीएम ने कहा कि जब आप लोग साथ थे और भाजपा वाले विपक्ष में थे तब भी हमने सभी लोगों को बुलाकर बैठक करवाया। बैठक करवाने के बाद जातीय गणना करवाई गई। इससे एक चीज के बारे में जानकारी मिली। आप लोग झूठ का जो हल्ला करते रहते हैं आपको याद करना चाहिए कि आप लोगों से बात करके हमने कितना कुछ करवाया था। सीएम ने कहा कि यह मेरी मर्जी थी, आप लोगों ने भी इसका समर्थन किया। इसलिए अब चुप रहिए। यदि आप शांति के बैठकर कुछ सुनते तो समझ में भी आता की आपलोग सच में कुछ चाहते हैं लेकिन आपको तो सुनना है ही नहीं। अरे आप सुनिए न, आप सुन क्यों नहीं रहे हैं। सभी लोगों ने समर्थन किया, उसके बाद भी तो कुछ भी हुआ है।

इस बीच संसदीय कार्य मंत्री भी अपनी जगह खड़ा हो गए और कहा कि सीएम साहब या हमलोग आपकी बात सुनने को तैयार हैं। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। इसके बाद ये सब सिर्फ हंगामा कर रहे हैं। इससे क्या फायदा होने वाला है। शांति से सदन चलेगा तो कुछ अच्छा भी रहेगा। काम की बात भी होगी।

दूसरी ओर, सदन में हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर ने विपक्ष से पूछा कि क्या चाहते हैं, नहीं चलाएं सदन। आप केवल अखबारों में माइलेज लेना चाहते हैं। सदन की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित हो गई है। इस तरह मानसून सत्र के तीसरे दिन पहले सत्र में हंगामें के बीच 27 मिनट तक कार्यवाही चली। इसके बाद अब दूसरे सत्र में सरकार के तरफ से तीन महत्वपूर्ण बिल पेश होने हैं।

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