Patna: सारण के रिविलगंज प्रखण्ड के ऐतिहासिक पौराणिक स्थल अहिल्या उद्धार वाले गौतम ऋषी आश्रम को रामायण सर्किट में शामिल करने के लिए विधान परिषद् में मांग उठाई गई है.
विधान पार्षद ई० सच्चिदानंद राय ने इसको लेकर विधान परिषद् में मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि सारण भगवान राम की कर्म भूमि है. यही से विश्वामित्र के साथ उन्होंने ज्ञान प्राप्त की और उनमे सामरिक शक्ति आई. ऐसे में इस क्षेत्र रामायण सर्किट में शामिल ना करना एक अपराध है. जिसको लेकर सरकार से मांग की गयी है. उन्होंने बताया कि इस मांग पर सरकार की ओर से मंत्री का सकारात्मक वक्तव्य आया.
इस विषय पर जबाब देते हुए पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने बताया कि इस विषय को लेकर सारण के जिलाधिकारी से प्रतिवेदन की मांग की गयी है. इसके प्राप्त होते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
विधान पार्षद श्री राय ने मंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इसके सन्दर्भ में किसी भी जानकारी या साक्ष्य को वो प्रस्तुत करने के लिए हमेशा तैयार है.