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शहीद इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह को मिला कीर्ति चक्र सम्मान, पीएम मोदी की उपस्थिति में शहीद की विधवा अंजू सिंह ने ग्रहण किया सम्मान

Begusarai: भारत माता की रक्षा करते हुए सर्वोच्च शहादत देने वाले बेगूसराय के लाल पिंटू कुमार सिंह को मंगलवार की शाम मरणोपरांत कीर्ति चक्र मिलते ही एक बार फिर उनकी याद ताजा हो गई है.

मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सीआरपीएफ की शहीद इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया. समारोह में मौजूद उनकी पत्नी अंजू सिंह ली यह सम्मान प्राप्त किया है. इस दौरान जब बेगूसराय जिला के बखरी थाना क्षेत्र स्थित ध्यान चक्की गांव निवासी पिंटू कुमार सिंह द्वारा अपने जीवन के अंतिम क्षण में किए गए साहसिक कार्यों की जब चर्चा की गई तो सम्मान लेने के लिए मौजूद शहीद की पत्नी अंजू सिंह की आंखें नम हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य लोगों की उपस्थिति में शहीद की पत्नी अंजू सिंह ने जब अपने पति के नाम का कीर्ति चक्र राष्ट्रपति के हाथों लिया तो, टीवी और मोबाइल के माध्यम से कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देख रहे बेगूसराय एवं बिहार के लोगों ने अपने लाल पर गर्व किया तथा तालियां बजाकर भारत माता का जयकारा किया.

लोगों ने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर शहीद पिंटू कुमार सिंह के नाम का भी खूब जयकारा लगाया तथा सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें याद कर रहे हैं. शहीद पिंटू के गांव ध्यानचक्की में भी लोग अपने लाल के द्वारा दिए गए सर्वोच्च शहादत पर गर्व कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि बेगूसराय जिला के बखरी प्रखंड स्थित राटन पंचायत के ध्यान चक्की गांव निवासी स्वर्गीय चक्रधर प्रसाद सिंह एवं स्वर्गीय सुशीला देवी के पांच पुत्रों में सबसे छोटे पिंटू 2009 में सीआरपीएफ में नियुक्त हुए थे.

28 मार्च फरवरी 2019 को कश्मीर में तैनाती के दौरान हिंदवाड़ा के खानूबाबा कुंड गांव के समीप आतंकवादी गतिविधि की सूचना पर पिंटू को अपने साथियों के साथ तलाशी अभियान में भेजा गया. एक गौशाला की तलाशी के दौरान भूसाघर में छिपे आतंकवादियों ने जब हमला कर दिया तो पिंटू समेत सभी लोगों ने उसका जमकर मुकाबला किया. 34 घंटे के इस अभियान में दो पाकिस्तानी खूंखार आतंकवादी मारे गए, लेकिन एक मार्च को दो साथियों के साथ पिंटू कुमार सिंह गौशाला के भूसाघर में ही शहीद हो गए. शहादत के बाद राजकीय सम्मान के साथ गांव में उनका अंतिम संस्कार हुआ, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घर पर आकर सांत्वना देने के साथ विधवा पत्नी अंजू सिंह के नौकरी दी. उसके बाद अब राष्ट्रपति भवन में साहसिक कार्य के लिए कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है.

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