पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तान अवाम मोरचा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के हाल ही में महागठबंधन में शामिल होने के बाद आज एनडीए को एक और झटका लगा है. केंद्रीय मंत्री सह लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान के दामाद और दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार साधु ने अपने समर्थकों के साथ आज राजद का दामन थाम लिया है. जिसके बाद बिहार में सियासी बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है.
राजद में शामिल होने के साथ ही अनिल कुमार साधु ने पटना सिटी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान और लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने रामविलास पासवान पर नीतियों और सिद्धांतों से समझौता कर अपने पद के लिए पार्टी के सिद्धांतों को आरएसएस के चरणों में समर्पित कर दिये जाने का आरोप लगाया है. अनिल साधु का कहना था कि दलितों पर अत्याचार लगातार जारी है. बावजूद इसके रामविलास पासवान और चिराग पासवान का कोई भी बयान अब तक सामने नहीं आया है. अनिल साधु ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सामाजिक न्याय के पुरोधा बताते हुए कहा कि दबे-कुचलों के वे सच्चे हितैषी हैं.