पटना: शिक्षकों की हड़ताल से उपजी स्थिति की समीक्षा करने के लिए मंगलवार को देर शाम शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन की अध्यक्षता में मैराथन बैठक हुई. बैठक में अपर मुख्य सचिव ने दो टूक आदेश दिया कि लिखित सूचना देकर हड़ताल पर डटे शिक्षकों का वेतन अभी जारी नहीं किया जाये. इस मामले में बाद में निर्णय लिया जायेगा. केवल ऐसे शिक्षक जो हड़ताल पर नहीं गये हैं, उनका फरवरी का वेतन जारी कर दिया जाये.
वहीं, हड़ताल को लेकर अब तक दो शिक्षक बर्खास्त किये गये हैं, जबकि चार शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. बैठक में अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार ने इस मामले में विभाग को साफ कर दिया है कि हड़ताल के लिए शिक्षकों को प्रेरित कर रहे लोगों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाये. ऐसे हड़ताली शिक्षक जो काम पर लौटना चाहते हैं तो उन्हें स्वीकार कर लिया जायेगा. उन्हें कार्रवाई से मुक्त कर दिया जायेगा.
बैठक में बताया गया कि शिक्षकों की हड़ताल से मैट्रिक परीक्षा सबसे अधिक तीन जिलों में प्रभावित हुई है. इनमें कटिहार में 300 से अधिक, सुपौल और नवादा में 100-100 से अधिक शिक्षक परीक्षा ड्यूटी करने नहीं आये. इन पर न केवल एफआइआर, बल्कि बर्खास्तगी की कार्रवाई की जा सकती है. संबंधित जिलों से प्रतिवेदन मांगे गये हैं.