Entertainment: अक्षय कुमार और सैफ अली खान की जोड़ी करीब 17 साल बाद फिर एक साथ बड़े पर्दे पर नजर आने वाली है। दोनों सितारे एक रोमांचक थ्रिलर फिल्म में काम कर रहे हैं, जिसका निर्देशन प्रियदर्शन कर रहे हैं, जिन्होंने ‘हेरा फेरी’, ‘भूल भुलैया’ और ‘दे दना दन’ जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं। अब दर्शकों का इंतजार खत्म हुआ, क्योंकि अक्षय-सैफ स्टारर इस फिल्म के नाम से आखिरकार पर्दा उठ गया है।

प्रियदर्शन की अपकमिंग फिल्म का नाम ‘हैवान’ रखा गया है

रिपोर्ट्स के अनुसार अक्षय कुमार, सैफ अली खान और निर्देशक प्रियदर्शन की अपकमिंग फिल्म का नाम ‘हैवान’ रखा गया है। मेकर्स का कहना है कि यह टाइटल फिल्म की कहानी के साथ पूरी तरह मेल खाता है। बताया जा रहा है कि फिल्म की स्क्रिप्ट पूरी हो चुकी है और इसकी शूटिंग अगस्त 2025 से शुरू की जाएगी। अगर सब कुछ तय वक्त पर हुआ, तो यह थ्रिलर फिल्म अगले साल के मध्य तक सिनेमाघरों में रिलीज हो सकती है। हालांकि, फिलहाल रिलीज डेट की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

अक्षय कुमार और सैफ अली खान को आखिरी बार साल में एक साथ देखा गया था

अक्षय कुमार और सैफ अली खान को आखिरी बार साल 2008 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘टशन’ में एक साथ देखा गया था। इस एक्शन-ड्रामा फिल्म में करीना कपूर और अनिल कपूर ने भी प्रमुख भूमिकाएं निभाई थीं और इसका निर्देशन विजय कृष्ण आचार्य ने किया था। अक्षय और सैफ की जोड़ी ने ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी’ (1994), ‘ये दिल्लगी’ (1994), ‘तू चोर मैं सिपाही’ (1996) और ‘कीमत’ (1998) जैसी कई हिट और कल्ट क्लासिक फिल्में बॉलीवुड को दी हैं, जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया था।

Entertainment: नितेश तिवारी के निर्देशन में बन रही बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘रामायण’ का अब इंतजार खत्म हुआ है, क्योंकि आखिरकार ‘रामायण’ का पहला वीडियो जारी कर दिया गया है। इस झलक में रणबीर कपूर भगवान राम के रूप में बेहद प्रभावशाली लग रहे हैं और उनके अवतार को देखकर फैंस मंत्रमुग्ध हो गए हैं।

फिल्म में सुपरस्टार यश रावण के दमदार किरदार में नजर आएंगे

‘रामायण’ में कलाकारों की शानदार कास्टिंग ने दर्शकों की उत्सुकता और भी बढ़ा दी है। इस फिल्म में सुपरस्टार यश रावण के दमदार किरदार में नजर आएंगे और टीजर में उन्हें रणबीर कपूर के साथ आमने-सामने देखा जा सकता है। रवि दुबे लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि सनी देओल भगवान हनुमान के किरदार में अपने शक्तिशाली अंदाज में नजर आएंगे। विजय सेतुपति विभीषण की भूमिका में दिखाई देंगे, वहीं रकुल प्रीत सिंह शूर्पणखा के रूप में एक नई छवि में नजर आएंगी। इसके अलावा अरुण गोविल राजा दशरथ का किरदार निभा रहे हैं और कुणाल कपूर भगवान इंद्र की भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म की स्टारकास्ट को देखकर यह साफ है कि नितेश तिवारी की ‘रामायण’ एक भव्य और ऐतिहासिक अनुभव देने वाली है।

फिल्म दिवाली 2026 में होगी रिलीज

नितेश तिवारी की ‘रामायण’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि दो भागों में दर्शकों के सामने आएगी। पहला भाग दिवाली 2026 में रिलीज होगा, जबकि दूसरा भाग दिवाली 2027 पर सिनेमाघरों में दस्तक देगा। खास बात यह है कि सुपरस्टार यश न सिर्फ रावण की भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि इस प्रोजेक्ट से बतौर सह-निर्माता भी जुड़े हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘रामायण’ का बजट लगभग 835 करोड़ रुपये है, जो इसे अब तक की सबसे महंगी भारतीय फिल्म बना देता है। इस भव्य प्रोजेक्ट को लेकर दर्शकों में जबरदस्त उत्साह है और इसके हर अपडेट को लेकर फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा-जदूय गठबंधन अपनी तैयारी को लेकर सबसे आगे चल रही हैं। कुछ दिन पहले जदयू के प्रदेश कार्यालय में लगे पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर सामने आई थी। अब भाजपा कार्यालय में भी पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर दिख रही है।

इसमें प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर है

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के दोनों प्रमुख दलों ने इन पोस्टर के जरिए विरोधियों को बड़ा मैसेज दे दिया है। बिहार की राजनीति में राजग की एकजुटता अब राजनीतिक पोस्टरों और बैनरों के ज़रिए खुलकर सामने आ रही है। भाजपा दफ्तर में लगाए गए नए पोस्टरों पर लिखा गया है, “सोच दमदार, काम असरदार, फिर एक बार एनडीए सरकार”। इसमें प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की साझा तस्वीर है, जो गठबंधन की मजबूती और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एकजुट रणनीति का स्पष्ट संकेत देती है।

वोटिंग और मतगणना अक्टूबर अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है

यह कदम राजग घटक दलों के बीच समन्वय और मतदाताओं को सकारात्मक संदेश देने की एक रणनीति है। पोस्टरों के ज़रिए यह संदेश देने की कोशिश हो रही है कि भाजपा और जदयू फिर से मिलकर बिहार की सत्ता में वापसी के लिए तैयार हैं। बिहार राजग में भाजपा और जदयू के अलावा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास), जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवारा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। बिहार में नीतीश कुमार सरकार का मौजूदा कार्यकाल 23 नवंबर 2020 से शुरू होकर 22 नवंबर 2025 तक है। इसलिए चुनाव उससे पहले, अक्टूबर में आयोजित कराए जा सकते हैं। वोटिंग और मतगणना अक्टूबर अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में हो सकती है।

Chhapra: नगर निगम छपरा अंतर्गत नाला निर्माण का पूरा कार्य संबंधित एजेंसी 25 अगस्त तक पूरा करेगी। 15 जुलाई से आईपीएस 1 को क्रियाशील किया जायेगा। 18 जुलाई से नाला पर एवं इसके किनारे का सभी अतिक्रमण हटाया जायेगा, इसके लिये नगर निगम पूर्व से तैयारी सुनिश्चित करेगी। उक्त निदेश जिलाधिकारी अमन समीर ने आज नगर निगम एवं बुडको के साथ आहुत बैठक में दिया।

18 जुलाई से डॉ रेणु कश्यप क्लिनिक से रुद्रा होटल के बीच का अतिक्रमण प्राथमिकता से हटाया जायेगा

बुडको के माध्यम से नाला निर्माण करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि ने बताया कि 15 जुलाई से आईपीएस-1 को क्रियाशील किया जायेगा. इसके क्रियाशील होने से डबल डेकर मार्ग डॉ रेणु कश्यप क्लिनिक से करीम चौक तक का जलनिकासी आईपीएस 1 के तरफ से किया जायेगा। 18 जुलाई से डॉ रेणु कश्यप से रुद्रा होटल के बीच का अतिक्रमण प्राथमिकता से हटाया जायेगा। इसके साथ ही कोर्ट बॉउंड्री-आजाद चौक-करीम चौक आदि की तरफ का सारा अतिक्रमण हटाया जायेगा ताकि नाला निर्माण का शेष कार्य जल्द से पूरा किया जा सके। इस संदर्भ में नगर आयुक्त को पूर्व से तैयारी कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।

तिकोनिया के पास नया स्लुइस गेट एवं सम्प हाउस के निर्माण हेतु डिज़ाइन तैयार करने को कहा गया।

गरखा ढाला एवं भुतहा ढाला के पास नाले की रोड क्रासिंग कराने के लिये बॉक्स कल्वर्ट के निर्माण हेतु नगर आयुक्त को कार्रवाई करने को कहा गया।
शहर में साफ सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने को कहा गया। इसमें पाई गई कमियों को लेकर दोनों स्वच्छता पर्यवेक्षक से स्पष्टीकरण पूछा गया।

बैठक में नगर आयुक्त, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमण्डल, सिटी मैनेजर , बुडको के अभियंता तथा एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

Chhapra:  नगर निगम बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक 9 जुलाई 2025 को 11:00 बजे दिन में आयोजित की जाएगी। यह बैठक बोर्ड के बैठक प्रक्षागृह, सारण में आयोजित होगी।

नगर आयुक्त द्वारा जारी पत्र में  महापौर, उप महापौर एवं वार्ड पार्षदों से निर्धारित समय पर बैठक में शामिल होने की अपील की गई है।

बैठक के मुख्य विषय इस प्रकार हैं:

1. 14 दिसंबर 2024 को हुई बोर्ड की बैठक की सम्पुष्टि।
2. वर्ष 2025-26 के बजट पर परिचर्चा एवं सम्पुष्टि।
3. स्ट्रीट लाइट, तिरंगा लाइट तथा टैक्स एजेंसी की कार्यप्रणाली की समीक्षा की जायेगी।

 

Sawan Kanwar Yatra 2025: हर साल सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और आस्था का प्रतीक होता है। यही वह समय होता है जब देशभर से लाखों शिव भक्त ‘कांवड़ यात्रा’ के लिए निकलते हैं। ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के जयकारों के बीच शिवभक्त नंगे पांव चलते हैं और गंगाजल लेकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं। इस यात्रा की शुरुआत इस बार 11 जुलाई से होगी और 9 अगस्त को समाप्त होगी।

क्या है कांवड़ यात्रा  और क्यों की जाती है?

कांवड़ यात्रा सावन माह में की जाने वाली एक धार्मिक पदयात्रा है, जिसमें भक्त गंगा नदी से पवित्र जल भरकर उसे अपने गांव या किसी शिव मंदिर तक लेकर जाते हैं और वहां भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं। इस यात्रा का मकसद है, भगवान शिव के प्रति पूर्ण भक्ति और समर्पण। जो भक्त इस यात्रा में भाग लेते हैं, उन्हें ‘कांवड़िए’ कहा जाता है। यह लोग अपने कंधों पर लकड़ी या बांस की बनी कांवड़ लेकर चलते हैं जिसमें गंगाजल भरा होता है।

कब से कब तक चलेगी कांवड़ यात्रा 2025?

शुरुआत: 11 जुलाई 2025 (शुक्रवार)
समाप्ति: 9 अगस्त 2025 (शनिवार)

कांवड़ यात्रा के दौरान इन बातों का जरूर रखें ध्यान

नशे से पूरी तरह दूर रहें: शराब, सिगरेट, तंबाकू जैसी किसी भी नशीली चीज़ का सेवन वर्जित है। गंगाजल को जमीन पर न रखें: इसे अपवित्र माना जाता है। गंगाजल को हमेशा कांवड़ में लटकाकर ही रखें। शौच के बाद स्नान जरूरी: पवित्रता बनाए रखने के लिए ये नियम बेहद जरूरी है। चमड़े की चीजों से दूर रहें: यात्रा के दौरान बेल्ट, पर्स, जूते जैसी चमड़े की वस्तुओं का उपयोग वर्जित है। पूरी यात्रा नंगे पांव चलना होता है: ये भगवान शिव के प्रति भक्ति और तपस्या का प्रतीक माना जाता है।

कांवड़ यात्रा का धार्मिक महत्व

कांवड़ यात्रा केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भगवान शिव से आत्मिक जुड़ाव का माध्यम है। कहते हैं कि सावन में शिव को जल चढ़ाने से उनकी विशेष कृपा मिलती है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। गंगाजल से किया गया जलाभिषेक भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय होता है। इस यात्रा के दौरान शिव भक्त आपसी भाईचारे, सेवा और भक्ति के भाव से भरे होते हैं। कांवड़ यात्रा वह समय होता है जब भक्त पूरी तरह शिव में लीन हो जाते हैं। अगर आप भी इस साल कांवड़ यात्रा का हिस्सा बनने जा रहे हैं, तो ऊपर दिए गए नियमों का जरूर करें और पूरे मन से “हर हर महादेव” कहते हुए इस पवित्र यात्रा का आनंद लें।

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847

Patna, 03 जुलाई (हि.स.)। पटना टीपीएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो उपेंद्र प्रसाद सिंह को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। राज्यपाल-सह-कुलाधिपति की ओर से जारी अधिसूचना में इस नियुक्ति की पुष्टि की गई है।

कार्यकाल नियुक्ति की तिथि से तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है

राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट आर चोंग्थू की ओर से गुरुवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, उनका कार्यकाल नियुक्ति की तिथि से तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है। बीते 31 मई को ही प्रो. उपेंद्र सिंह सेवानिवृत्त हुए थे और अब सेवानिवृत्ति के ठीक एक महीने के भीतर ही उन्हें राज्य के एक महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय की बागडोर सौंप दी गई है।

टीपीएस कॉलेज में उनके कार्यकाल के दौरान, संस्थान ने कई शैक्षणिक और प्रशासनिक ऊंचाइयों को छुआ

प्रो उपेंद्र प्रसाद सिंह का शिक्षकीय जीवन अनुशासन, नेतृत्व और शैक्षणिक गुणवत्ता का परिचायक रहा है। टीपीएस कॉलेज में उनके कार्यकाल के दौरान, संस्थान ने कई शैक्षणिक और प्रशासनिक ऊंचाइयों को छुआ। सेवानिवृत्ति के अवसर पर छात्रसंघ द्वारा उनके लिए ‘विदाई सह सम्मान समारोह’ का आयोजन भी किया गया था, जो इस बात का प्रमाण है कि उन्हें छात्रों और सहकर्मियों के बीच कितना सम्मान प्राप्त था।

कुलपति के रूप में उनकी नियुक्ति न केवल उनके लिए सम्मान की बात है, बल्कि यह विश्वविद्यालय के लिए भी एक सुनहरा अवसर है कि वह एक अनुभवी और कर्मठ शिक्षाविद के मार्गदर्शन में आगे बढ़े।

Patna, 3 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सड़क मार्ग से पटना के आसपास गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। मुख्यमंत्री अटल पथ होते हुये जेपी गंगा पथ पहुंचे और गाय घाट तक गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया।

पौधारोपण और सौंदर्गीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ के किनारे किये जा रहे पौधारोपण और सौंदर्गीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया और बेहतर ढंग से कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने दीघा घाट पर रूककर दीघा से सोनपुर तक जेपी सेतु के समानांतर बनाये जा रहे नये 6 लेन पुल के निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने इस पुल के निर्माण कार्य के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।


इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पुल के बन जाने से पटना से सारण प्रमंडल की तरफ जानेवाले लोगों को आसानी होगी। उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन को सुगम बनाने में यह पुल काफी उपयोगी होगा। साथ ही महात्मा गांधी सेतु और जेपी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ के दीघा घाट, कृष्णा घाट एवं गांधी घाट पर रूककर गंगा नदी के आसपास के इलाकों को देखा। गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गंगा नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुये पूरी तरह अलर्ट रहें।

New Delhi, 3 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना में सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किए जाने पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसे पूरे देश के लिए सम्मान की बात बताई।

यह हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है: गडकरी 

गडकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है क्योंकि हमारे प्रधानमंत्री को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया। यह पूरे देश के लिए बहुत सम्मान की बात है। यह सम्मान हमारे युवाओं की आकांक्षाओं, हमारी सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि और भारत एवं घाना के बीच स्थायी ऐतिहासिक संबंधों का जश्न है।

प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर हैं

प्रधानमंत्री मोदी इन दिनों आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर हैं, जिसकी शुरुआत घाना से हुई है। इसके बाद वे त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और नामीबिया सहित पांच देशों की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे संबंधित देशों के राष्ट्राध्यक्षों और प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगे, जिसमें आपसी सहयोग, विकास के मुद्दे और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। यात्रा की रूपरेखा इस तरह से तैयार की गई है कि ‘ग्लोबल साउथ’ को लेकर भारत की रणनीति को और अधिक सशक्त किया जा सके।

 

New Delhi, 3 जुलाई (हि.स.)। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से उनके आवास पर शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर एडमिरल त्रिपाठी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक ‘राजमुद्रा’ की प्रतिकृति उपराष्ट्रपति को भेंट स्वरूप प्रस्तुत की। उपराष्ट्रपति के एक्स हैंडल पर मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए यह जानकारी दी गई।

राजमुद्रा मराठा साम्राज्य की गौरवपूर्ण विरासत और प्रशासनिक दूरदर्शिता की प्रतीक मानी जाती है

यह राजमुद्रा मराठा साम्राज्य की गौरवपूर्ण विरासत और प्रशासनिक दूरदर्शिता की प्रतीक मानी जाती है। इस पर अंकित संस्कृत श्लोक का अर्थ है, शाहजी के पुत्र शिवाजी की यह मुहर, सभी के कल्याण के लिए चमकती है, पहली रात के अर्धचंद्र की तरह, जो पूरे विश्व में निरंतर फैलती और पूजनीय है।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने नीति और राष्ट्रभक्ति को याद किया

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस भेंट को ऐतिहासिक और प्रेरणादायक बताते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन, नीति और राष्ट्रभक्ति को याद किया। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज का जीवन आज भी जनसेवा, नीतिपूर्ण प्रशासन और आत्मगौरव का पथप्रदर्शक है।

राजमुद्रा की यह प्रतीकात्मक भेंट भारतीय नौसेना और मराठा साम्राज्य के बीच उस गौरवपूर्ण सामुद्रिक परंपरा को भी रेखांकित करती है, जिसकी नींव स्वयं शिवाजी महाराज ने रखी थी।

Jammu,03 जुलाई (हि.स.)। कड़ी सुरक्षा के बीच 5,200 से अधिक तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था गुरुवार को दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ गुफा मंदिर के लिए जम्मू स्थित भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुआ। 3,880 मीटर ऊंचे मंदिर की 38 दिवसीय तीर्थयात्रा गुरुवार को दो रास्तों से अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटा लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग से शुरू हुई। यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी।

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में 168 वाहनों के काफिले में भगवती नगर आधार शिविर से रवाना

अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्री सुरक्षा पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा में 168 वाहनों के काफिले में भगवती नगर आधार शिविर से रवाना हुए। अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही जम्मू आधार शिविर से मंदिर के लिए रवाना हुए तीर्थयात्रियों की संख्या 11,138 तक पहुंच गई है। तीर्थयात्रियों के दूसरे जत्थे में 4,074 पुरुष, 786 महिलाएं और 19 बच्चे शामिल हैं।

तीर्थयात्रियों के एक समूह ने कहा कि वह 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले से विचलित नहीं हुए हैं जिसमें 26 लोग मारे गए थे। रायपुर निवासी हरीश कुमार ने कहा कि हम आतंकवादियों या पाकिस्तान से नहीं डरते जिन्होंने निर्दाेष और निहत्थे पर्यटकों पर हमले करवाए हैं। यह कायरतापूर्ण कृत्य है। पहलगाम जैसी आतंकी घटनाओं के जरिए डर पैदा करके वह हमें बाबा बर्फानी के दर्शन करने से नहीं रोक सकते। उनकी तरह कानपुर से 20 सदस्यों के समूह के साथ अमरनाथ के लिए रवाना हुए मुख्तार सिंह ने कहा कि उन्हें जरा भी डर नहीं है। उन्होंने कहा कि यात्रा में शामिल होने वाले तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या आतंकवादियों और पाकिस्तान को करारा जवाब देगी कि हम उनसे नहीं डरते।

वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए भगवती नगर बेस कैंप में और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था सक्रिय कर दी गई है। जम्मू में 34 आवास केंद्र स्थापित किए गए हैं और तीर्थयात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग जारी किए जा रहे हैं। यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के मौके पर ही पंजीकरण के लिए 12 काउंटर बनाए गए हैं। अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।

 

Chhapra:  शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार सत्र 2025-2026 के लिए जिले के सभी निजी विद्यालयों में भारत स्काउट और गाइड का दल गठन का निर्देश दिया गया है। इस हेतु जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(समग्र शिक्षा)के द्वारा पत्र निर्गत कर सभी सीबीएसई एवम बिहार सरकार से पंजीकृत निजी विद्यालयों की आवश्यक बैठक सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल चांदमारी रोड छपरा में दिनांक 06/07/25 दिन रविवार को बुलाई गई है। बैठक में सभी निजी विद्यालयों में दल पंजीयन करने के साथ विद्यालय स्तर पे स्काउटिंग गाइडिंग गतिविधि के संचालन के संबंध में विस्तृत चर्चा किया जायेगा।जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा की इसके पूर्व भी पत्र के माध्यम से भारत स्काउट और गाइड दल गठन करने का निर्देश निजी विद्यालय के संचालकों को दिया जा चुका है लेकिन जिले के लगभग संचालक इसपे रुचि नहीं दिखाए है, जो खेद का विषय है और उच्च पदाधिकारियों के आदेश की अवेहलाना है। उन्हाने कहा की रविवार को बैठक में अनुपस्थिति रहने वाले या दल पंजीयन नही करवाने वाले निजी विद्यालय के संचालकों पे करवाई हेतु वरीय पदाधिकारियों को अनुशंसा किया जायेगा। स्काउटिंग गाइडिंग गतिविधि से बच्चो में अनुशासन,देशभक्ति,चरित्र निर्माण,सेवाभाव एवम नैतिकता जैसी शिक्षा विद्यालय स्तर पे ग्रहण करने का अवसर मिलता है।जिला संगठन आयुक्त(स्काउट) अमन राज ने बताया की बैठक से संबंधित सभी तैयारी पूर्ण कर ली गई है।