नई दिल्ली, 06 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीयमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि गोहत्या पर दिल्ली में ही नहीं, पूरे देश में प्रतिबंध लगना चाहिए। गोहत्या महापाप है। यह इस्लामियत के भी विपरीत है। उन्होंने इस संबंध में बकरीद पर दिल्ली में लगाए गए गोहत्या पर प्रतिबंध की सराहना की है।

नकवी ने वक्फ बोर्ड में किए गए प्रशासनिक सुधार का भी स्वागत किया

पूर्व केंद्रीयमंत्री नकवी ने आज जारी वाडियो बयान में कहा कि दिल्ली सरकार ने बकरीद के मद्देनजर जो सख्त सलाह जारी की है, वह स्वागत योग्य कदम है। दिल्ली सरकार ने गाय, बछड़ा, ऊंट और अन्य प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी पर पूरी तरह रोक लगाकर देश का मन जीत लिया है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों को भी ऐसे कदम उठाने चाहिए। नकवी ने कहा कि सलाह नहीं, बल्कि पूरे देश में गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगना चाहिए. उन्होंने वक्फ बोर्ड में किए गए प्रशासनिक सुधार का भी स्वागत किया। नकवी ने कहा कि इसका वक्फ में सक्रिय लूट की लंपट लॉबी ही विरोध कर रही है। इन सुधारों से इस लॉबी पर की गई नाकाबंदी और तालाबंदी जैसे कदमों का अधिकांश मुसलमानों ने स्वागत किया है।

नकवी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद तरह-तरह के सवाल उठाने पर कांग्रेस को घेरा

भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद तरह-तरह के सवाल उठाने पर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा कि सारे देश को सेना के शौर्य और पराक्रम पर गर्व है। मगर कांग्रेस के बकवास बहादुरों का बैंडबाजा बज रहा है। यह बकवास बहादुर इस पर सवाल उठाकर कांग्रेस की नैया को डुबोकर ही मानेंगे।

सुकमा, 6 जून (हि.स.)। नक्सली संगठन के केंद्रिय समिति के सदस्य नक्सली हिड़मा के गांव पूवर्ती में सीआरपीएफ ने बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए तीन गुरुकुलाें की स्थापना की है।

टेकलगुड़ेम में लगभग 80 से ज्यादा बच्चे गुरुकुल से जुड़ चुके हैं

मिली जानकारी के अनुसार पूवर्ती गांव नक्सली हिड़मा का गड़ माना जाता था। हिड़मा के खाैफ से यहां तक पहुंचने के लिए सड़क भी नहीं बनी थी, जिसके परिणाम स्वरूप पूवर्ती गांव मुख्यधारा से दशकाें तक कटा हुआ था । अब लगभग 19 वर्ष बाद वर्ष 2024 में सुरक्षाबलाें ने इस गांव में सुरक्षा कैंप स्थापित करने के बाद सिलगेर, पूवर्ती, टेकलगुडेम में सीआरपीएफ ने गुरुकुल की स्थापना की है। इससे पूवर्ती, टेकलगुड़ेम में लगभग 80 से ज्यादा बच्चे गुरुकुल से जुड़ चुके हैं, जिन्हें शिक्षादूत एक वर्ष से शिक्षा दे रहे हैं । उल्लेखनीय है कि इस गांव के 10 से ज्यादा बच्चे 100 किमी दूर कुआकोंडा के पोटाकेबिन में रहकर पढ़ रहे हैं । यह वो बच्चे हैं, जिनके पालक क्षेत्र के खराब हो चुके माहौल को देखते हुए बच्चों को आश्रम-छात्रावासों में भेज दिया था।

पढ़ाने के साथ खेल-कूद के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है

सीआरपीएफ के डीआईजी आनंद सिंह राजपुरोहित ने शुक्रवार काे बताया कि इस इलाके में अभी तीन गुरुकुल चल रहे हैं। इसमें बच्चों के लिए कॉपी-किताब की व्यवस्था सीआरपीएफ कर रही है। पढ़ाने के साथ खेल-कूद के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है । सुकमा के जिला शिक्षा अधिकारी, जीआर मंडावी ने बताया कि इस इलाके में बच्चों का सर्वे किया जा रहा है। वहीं पूवर्ती में स्कूल का निर्माण किया जा रहा है। पढ़ाई छोड़ चुके 35 बच्चों को स्कूलों से जोड़ने पालकों से बात की जा रही है।

सुकमा कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने बताया कि अभी इन गुरुकुलों में शिक्षादूत अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नए शिक्षकों को भी इन गुरुकुलों में नियुक्त किया जाएगा।

New Delhi, 06 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जम्मू-कश्मीर में चिनाब रेलव पुल का निरीक्षण किया। यह पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल है। इसकी लंबाई 1,315 मीटर है। इसे भूकंप और तेज हवाओं का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है।

इस पुल से जम्मू और श्रीनगर के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा

इस पुल से जम्मू और श्रीनगर के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना टीम के साथ बातचीत की। इस मौके पर केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, डॉ. जितेंद्र सिंह और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने कंथन चेनाब हॉल्ट पर परियोजना टीम और श्रमिकों के साथ भी बातचीत की। उन्होंने इस परियोजना की प्रगति की जानकारी ली। प्रधानमंत्री नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर के लिए झंडी दिखाने वाले हैं।

वाराणसी,06 जून (हि.स.)। धर्म नगरी काशी में निर्जला एकादशी पर शुक्रवार को हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगा नदी में पुण्य की डुबकी लगाई और गंगाघाटों पर दानपुण्य किया। पर्व पर गंगा स्नान के लिए के लिए भोर से ही श्रद्धालु गंगाघाटों पर पहुंचने लगे। गंगा स्नान के लिए प्राचीन दशाश्वमेध घाट, राजेन्द्र प्रसाद घाट, शीतलाघाट, अहिल्याबाई घाट, पंचगंगा घाट सामनेघाट भारी भीड़ जुटी रही। स्नानार्थियों के चलते गौदोलिया से दशाश्वमेधघाट तक मेले जैसा नजारा रहा।

निर्जला एकादशी व्रत मन को संयम सिखाता है और शरीर को नई ऊर्जा देता है

जिला प्रशासन ने गंगा तट से लेकर बाबा विश्वनाथ दरबार तक सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे। दशाश्वमेधघाट के तीर्थ पुरोहित राजू तिवारी ने बताया कि सनातन धर्म में निर्जला एकादशी का बहुत महत्व है। यह दिन चराचर जगत के स्वामी भगवान विष्णु को समर्पित है । इसे साल की सभी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों को पुण्य लाभ मिलता है और पूरे साल के एकादशी व्रत का फल प्राप्त होता है।

एकादशी के दिन चावल नहीं खाते और न ही चावल दान करते है

पुरोहित ने बताया कि एकादशी के दिन सनातनी चावल नहीं खाते और न ही चावल दान करते है। इस दिन फल फूल आम, केला इत्यादि दान करते हैं। गगरी भरकर जल ब्राह्मण को दान करते हैं। ज्येष्ठ माह की एकादशी ‘निर्जला एकादशी ‘ को भीम एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। निर्जला एकादशी व्रत मन को संयम सिखाता है और शरीर को नई ऊर्जा देता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस एकादशी में ब्रह्महत्या सहित समस्त पापों का शमन करने की शक्ति होती है। इस दिन मन, कर्म, वचन द्वारा किसी भी प्रकार का पाप कर्म करने से बचने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही तामसिक आहार, परनिंदा एवं दूसरों के अपमान से भी दूर रहना चाहिए। भक्तिपूर्वक इस व्रत को करने से व्रती को करोड़ों गायों को दान करने के समान फल प्राप्त होता है।

नई दिल्ली, 06 जून (हि.स)। महंगाई दर में नरमी के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने नीतिगत ब्‍याज दर (रेपो रेट) को 0.50 फीसदी घटाकर 5.50 फीसदी कर दिया है। रिजर्व बैंक गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने आज द्वैमासिक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक के बाद यह एलान मुंबई में किया। आरबीआई के इस फैसले से होम लोन और कार लोन की ईएमआई कम होने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, ऐसा बैंकों की ओर से ब्याज दरों में कटौती के एलान के बाद ही हो पाएगा।

इस फैसले से होम लोन और कार लोन की ईएमआई कम होने का रास्ता साफ

आरबीआई गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने एमपीसी बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महंगाई दर में नरमी के बीच आरबीआई ने घरेलू अर्थव्यवस्था को गति देने के मकसद से प्रमुख नीतिगत ब्‍याज दर रेपो रेट को 0.50 फीसदी घटाकर 5.50 फीसदी कर दिया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा, “चालू वित्‍त वर्ष 2025-2026 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.50 फीसदी रहने का अनुमान है, जो हमारे पहले के पूर्वानुमान के अनुसार जारी रहेगी, जिसमें पहली तिमाही 6.50 फीसदी, दूसरी तिमाही 6.7 फीसदी, तीसरी तिमाही 6.6 फीसदी और चौथी तिमाही 6.4 फीसदी रहेगी। “

उल्‍लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने साल 2025 में लगातार तीसरी बार एमएमसी की बैठक में नीतिगत ब्याज दरों रेपो रेट में कटौती का एलान किया है। इससे पहले आरबीआई ने इस वर्ष फरवरी और अप्रैल में लगातार दो बार रेपो रेट में 0.25-0.25 फीसदी तक की कटौती की थी, जिससे यह घटकर 6 फीसदी पर आ गई थी, जो इस बार की कटौती के बाद घटकर 5.50 फीसदी हो गई है।

Chhapra: शिक्षा और समाज में कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ. हरेंद्र सिंह को बिहार के माननीय राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान एक गरिमामयी समारोह में प्रदान किया गया, जो पासवा के राष्ट्रीय कार्यालय, जमील कंपाउंड, पटना में आयोजित हुआ।

इस अवसर पर राज्यपाल डॉ. आरिफ मोहम्मद खान ने कहा की डॉ. हरेंद्र सिंह जैसे शिक्षाविद समाज के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। इन्होंने शिक्षा को केवल औपचारिक ढांचे में न रखकर, उसे समाज परिवर्तन का प्रभावशाली माध्यम बनाया है। इनकी यह मुहिम वास्तव में सराहनीय है।

राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के अंतर्गत भारत के निजी और सरकारी स्कूलों के नर्सरी शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा की शिक्षा और चिकित्सा ही समाज की असली रीढ़ हैं। यदि इन दोनों क्षेत्रों में गुणवत्ता होगी, तो राष्ट्र का भविष्य अपने आप उज्ज्वल होगा।

डॉ. हरेंद्र सिंह ने स्किल इंडिया मंत्रालय के सहयोग से प्री-स्कूल शिक्षकों एवं केयर गिवर्स के कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाई है। वे हर वर्ष 100 बालिकाओं एवं समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य भी कर रहे हैं।

एक उत्कृष्ट शिक्षाविद

पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. समाइल अहमद ने कहा की डॉ. हरेंद्र सिंह न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षाविद हैं, बल्कि एक संवेदनशील समाजसेवी भी हैं। इनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है।

इस अवसर पर विशेष अतिथि डॉ. अब्दुल अहमद हयी सहित कई शिक्षाविद, समाजसेवी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने डॉ. सिंह के कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना की।

डॉ. हरेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा की शिक्षा की बुनियाद मजबूत करने के लिए प्री-स्कूल स्तर पर प्रशिक्षित शिक्षकों का होना अत्यंत आवश्यक है। मैं इस दिशा में निरंतर कार्य करता रहूंगा।

उन्होंने जिले के सभी शिक्षकों, शुभचिंतकों और सहयोगियों के प्रति हृदय से आभार प्रकट किया, जिनके निरंतर समर्थन से यह उपलब्धि संभव हो सकी।

यह सम्मान समारोह केवल एक व्यक्ति के योगदान का सम्मान नहीं, बल्कि शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन का उत्सव भी है।


Chhapra: सारण प्रमंडल के नये प्रमंडलीय आयुक्त के रूप में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2010 बैच के अधिकारी राजीव रौशन ने गुरुवार को पदभार ग्रहण कर लिया।

47 वें आयुक्त के रूप में योगदान

भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2010 बैच के अधिकारी राजीव रौशन ने सारण प्रमंडल के 47 वें आयुक्त के रूप में योगदान दिया है।

इस अवसर पर पुलिस उपमहानिरीक्षक नीलेश कुमार, जिलाधिकारी अमन समीर, पुलिस अधीक्षक डॉ० कुमार आशीष, आयुक्त के सचिव डॉ संजय कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनिल कुमार राय, उपनिदेशक जनसम्पर्क रविन्द्र कुमार सहित प्रमण्डल के विभिन्न शाखाओं के कर्मी उपस्थित थे।

सारण प्रमंडल में हैं 3 जिले

सारण प्रमंडल में तीन जिले हैं। सारण, सिवान और गोपालगंज। छपरा सारण जिला के साथ साथ सारण प्रमंडल का मुख्यालय भी है।

अभिनेता विक्रांत मैसी बॉलीवुड इंडस्ट्री के पॉपुलर एक्टर्स में से एक हैं। उन्होंने ’12 फेल’, ‘हसीन दिलरुबा’, ‘द साबरमती रिपोर्ट’ जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से दर्शकों पर छाप छोड़ी। अपनी दमदार एक्टिंग से सिनेमा प्रेमियों का मनोरंजन करने वाले यह एक्टर जल्द ही एक नई फिल्म लेकर दर्शकों के सामने आ रहे हैं। इस फिल्म का नाम ‘आंखों की गुस्ताखियां’ है। इस फिल्म में एक्टर संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर लीड रोल में नजर आएंगी। शनाया अपनी डेब्यू फिल्म में विक्रांत मैसी के साथ स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी। इसी बीच इस फिल्म को लेकर एक अहम अपडेट सामने आया है।

रोमांटिक फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का पहला पोस्टर हाल ही में रिलीज हुआ है। फिल्म की रिलीज डेट से भी पर्दा उठ गया है। इस पोस्टर में शनाया रेड क्रॉप टॉप में नजर आ रही हैं। वहीं विक्रांत मैसी ब्राउन जैकेट और ब्लैक जींस में नजर आ रहे हैं। इसके अलावा विक्रांत मैसी पहले कभी न देखे गए लुक में नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर ने दर्शकों की उत्सुकता को और भी बढ़ा दिया है। फिल्म 11 जुलाई 2025 को रिलीज होगी।

फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ का निर्देशन संतोष सिंह कर रहे हैं। इसका निर्माण मानसी बागला और वरुण बागला ने किया है। इस बीच विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की जोड़ी दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह फिल्म मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड की कहानी पर आधारित है। इस प्रेम कहानी में दो अलग-अलग किरदारों की यात्रा देखने को मिलेगी।

गर्मियों का मौसम अपने चरम पर है, और इसी के साथ शहर के बाजारों में एक बार फिर से देसी फ्रिज, यानी मटके और सुराही की धूम देखी जा रही है।

गर्म हवाओं और लू के थपेड़ों के बीच लोग अब फिर से पारंपरिक उपायों की ओर लौट रहे हैं। बिजली से चलने वाले फ्रिज की तुलना में सस्ता और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बन चुका है — मिट्टी का मटका। शहर के हर गली, नुक्कड़ और बाजार में इन दिनों मटके, सुराहियाँ और मिट्टी के घड़े बिकते नजर आ रहे हैं।

पर्यावरण के लिए भी हितकारी

मटका न सिर्फ पानी को ठंडा रखता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी हितकारी है। न बिजली की ज़रूरत, न कोई रख-रखाव का झंझट। यही वजह है कि लोग अब फिर से मिट्टी के इन देसी फ्रिजों को पसंद कर रहे हैं।

मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हारों के लिए भी यह मौसम रोज़गार का सुनहरा मौका बनकर आया है। इससे न सिर्फ उनकी आय बढ़ रही है, बल्कि पारंपरिक हस्तशिल्प को भी नया जीवन मिल रहा है।

आधुनिकता के बीच भी परंपरा कैसे अपना स्थान बनाए हुए है। गर्मी से राहत पाने का यह देसी तरीका न सिर्फ स्वास्थ्यप्रद है, बल्कि हमारी संस्कृति से भी जुड़ा हुआ है।

Chhapra: नगर निगम के शहरी क्षेत्रो मे नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु आपका शहर -आपकी बात कार्यक्रम के द्वारा आम लोगों के बीच समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से नगर आयुक्त सुनील कुमार पाण्डेय एवं नगर निगम से प्रतिनियुक्त पदाधिकारियो के द्वारा आम लोगों की समस्याओ को जानकर उन समस्याओ का निराकरण कराने हेतु जिलास्तरीय पदाधिकारियों से समन्वय बनाया जाएगाI

इसी कड़ी में बुधवार को वार्ड 45 के रौजा पानी टंकी के पास आपका शहर -आपकी बात कार्यक्रम मे आम लोगों ने भाग लिया I जिसमे सभी लाभुकों का बारी बारी से एक एक समस्याओ को सुना गया।

जिसमे किसी का आवास योजना का लाभ नहीं मिला है, राशन कार्ड नहीं बना है, नाला निर्माण नहीं हुआ है, जल जमाव रहता है, स्ट्रीट लाइट ख़राब रहता है, नल जल का पानी नहीं आता है,आदि समस्याओ के बारे मे नगर निगम के पदाधिकारियों के द्वारा सुना गया और सभी समस्याओ का निराकरण हेतु सम्बंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया।

आपका शहर -आपकी बात कार्यक्रम मे आये हुये लाभुक के द्वारा अपनी समस्याओ को रखा और काफ़ी ख़ुश दिखे I लाभुक के द्वारा कहा गया कि इस तरह के कार्यक्रम होने से आम लोगों की शिकायत सीधे पदाधिकारियों तक पहुंचता है I पदाधिकारी के द्वारा समाधान करने के लिए तुरंत सबंधित पदाधिकारी को आदेश देकर समाधान करने के लिए बोला गया I

आज 12 लाभुक के द्वारा लिखित मे आवेदन दिया गया जिसका एंट्री मोबाइल ऐप मे दर्ज करा दिया गया I जिसमे नल जल, नाला, जल जमाव, नल-जल, स्ट्रीट लाइट आदि से सम्बंधित था I

कार्यक्रम मे स्वच्छता पदाधिकारी संजीव कुमार मिश्रा, सुमित कुमार, नगर प्रबंधक अरविन्द कुमार, वेद प्रकाश वर्णवाल, नगर मिशन प्रबंधक सुधीर कुमार हिमांशु, , पृथ्वी यादव, दीपक कुमार सुमित कुमार, नितेश चौहान, सी. आर. पी. निशा सिंह, ,मीरा देवी, सीमा, सुषमा, मीणा देवी, स्वच्छता साथी एम. डी. शैफ, वर्षा कुमारी, अनीता देवी,,, सुधीर कुमार, आनंद कुमार, स्वयं सहायता समूह की महिलाये एवं लाभुक उपलब्ध थेI

Rashmika:रश्मिका मंदाना आज उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में से हैं जिनकी फैन फॉलोइंग अब सिर्फ साउथ इंडिया तक सीमित नहीं रही है। कन्नड़ सिनेमा से लेकर बॉलीवुड तक का सफर तय कर चुकीं रश्मिका ने कई हिट फिल्में दी हैं और अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इतनी सफलता के बावजूद रश्मिका को कभी-कभी अपने अभिनय को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में रश्मिका ने अपने अभिनय की आलोचनापर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि नकारात्मकता से निपटना उन्हें पहले मुश्किल लगता था, लेकिन अब उन्होंने खुद को मजबूत बना लिया है।

अभिनय के बारे में कभी सोचा नहीं था, ये तो बस अचानक ही हो गया- Rashmika

अब तक के करियर से खुश हैं रश्मिकारश्मिका मंदाना ने हाल ही में अपने करियर को लेकर दिल छू लेने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैं पिछले 8 सालों में मिली हर चीज के लिए दिल से आभारी हूं। अब मैं अपने करियर के 8वें साल में कदम रख रही हूं। उम्मीद करती हूं कि एक कलाकार और इंसान के तौर पर आगे भी बहुत कुछ सीखती रहूं और अपने अनुभवों के साथ आगे बढ़ती रहूं। यह सफर कभी आसान नहीं रहा, लेकिन हर मोड़ पर संतोष जरूर मिला। अभिनय के बारे में कभी सोचा नहीं था, ये तो बस अचानक ही हो गया।”

‘एनिमल’ और ‘सिकंदर’ जैसी फिल्मों में मेरी एक्टिंग को लेकर की गई टिप्पणियां

ट्रोलिंग और आलोचनाओं पर रश्मिकारश्मिका मंदाना ने हाल ही में ट्रोलिंग और आलोचनाओं को लेकर अपनी भावनाएं शेयर कीं। उन्होंने कहा, “कई बार अपने बारे में नकारात्मक बातें पढ़कर सच में बहुत बुरा लगता है, खासकर ‘एनिमल’ और ‘सिकंदर’ जैसी फिल्मों में मेरी एक्टिंग को लेकर की गई टिप्पणियां। हाल के समय में मैंने ये समझना सीख लिया है कि नकारात्मकता और प्रतिक्रिया में फर्क होता है, लेकिन फिर भी, जब अपनी एक्टिंग को लेकर बुरी बातें सुनती या पढ़ती हूं, तो दिल दुखता है। आखिरकार मैं भी एक इंसान हूं और ऐसे में इसका असर होना स्वाभाविक है।”

आप सभी का प्यार और समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है

फैंस का प्यार व समर्थन ही मेरी ताकत है, रश्मिका मंदाना ने हाल ही में अपने जीवन के उन खास लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जो हर मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े रहे और उनका हौसला बढ़ाते रहे। उन्होंने कहा, “मैं दिल से शुक्रगुजार हूं उन सभी लोगों की, जो मुझे ऊपर उठाते हैं और मेरे आत्मविश्वास को बनाए रखते हैं। आप सभी का प्यार और समर्थन ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है, जो मुझे हर परिस्थिति में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। मैं आपकी हर प्रतिक्रिया की इज्जत करती हूं और कोशिश करती हूं कि उससे कुछ सीख सकूं।” उनकी ये विनम्रता और सीखने की चाह ही उन्हें न सिर्फ एक बेहतरीन कलाकार, बल्कि एक बेहतर इंसान भी बनाती है।

रश्मिका जल्द ही ‘कुबेरा’ और ‘गर्लफ्रेंड’ जैसी फिल्मों में नजर आएंगी

रश्मिका मंदाना की आगामी फिल्मेंरश्मिका मंदाना ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत वर्ष 2016 में कन्नड़ फिल्म ‘किरिक पार्टी’ से की थी। इसके बाद उन्होंने तेलुगू और तमिल सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई। बॉलीवुड में उन्होंने वर्ष 2022 में अमिताभ बच्चन और नीना गुप्ता के साथ फिल्म ‘गुडबाय’ से कदम रखा। हाल ही में वह सलमान खान के साथ ‘सिकंदर’ में नजर आई थीं, हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। अब रश्मिका के पास कई दिलचस्प प्रोजेक्ट्स हैं। वह जल्द ही ‘कुबेरा’ और ‘गर्लफ्रेंड’ जैसी फिल्मों में नजर आएंगी। साथ ही, उन्हें आयुष्मान खुराना के साथ फिल्म ‘थामा’ में भी देखा जाएगा।

अहमदाबाद, 04 जून (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) से 6 रन से हारने के बावजूद पंजाब किंग्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने टीम के समग्र प्रदर्शन की सराहना की। अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में पंजाब की टीम ने पहले गेंदबाजी करते हुए आरसीबी को नौ विकेट पर 190 पर रोक दिया था। टीम के लिए अर्शदीप सिंह और काइल जैमीसन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 3-3 विकेट चटकाए। 

पंजाब किंग्स को प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई

लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स को प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह ने तेज शुरुआत दिलाई, लेकिन मध्यक्रम उस लय को बरकरार नहीं रख सका और टीम लक्ष्य से महज 6 रन पीछे रह गई। आखिरी ओवरों में शशांक सिंह ने शानदार प्रयास करते हुए 30 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिकी पोंटिंग ने कहा कि जिस अंदाज में हमने इस पूरे सीजन में क्रिकेट खेला है, वह काफी मनोरंजक रहा है। एक कोच के तौर पर जब आप अपनी टीम के बारे में ऐसा कह सकते हैं, तो ये गर्व की बात है। हो सकता है कि आज हमारी युवा मिडिल ऑर्डर की थोड़ी अनुभवहीनता हार का कारण बनी हो, लेकिन मैं जानता हूं कि प्रियांश आर्य, प्रभसिमरन सिंह और नेहाल वढेरा जैसे खिलाड़ी भविष्य में हमें कई मैच जिताएंगे।”पोंटिंग ने हार का ठीकरा पिच या हालात पर नहीं फोड़ा। 

उन्होंने कहा कि हम कोई बहाना नहीं बना रहे हैं। शशांक सिंह ने खुद कहा कि यह पिच पूरे सीजन की सबसे बेहतरीन पिच थी। बस हमने पावरप्ले के आखिरी ओवरों में थोड़ी रफ्तार खो दी और कुछ अहम विकेट गंवा दिए।11 साल बाद फाइनल खेली पंजाब की टीम, अगला सीजन होगा और बेहतरपंजाब किंग्स ने 11 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल फाइनल में जगह बनाई थी।

हम अगले सीजन में और भी मजबूत होकर लौटेंगे

इस उपलब्धि को लेकर पोंटिंग ने कहा, “कुछ दिन पहले ही हम इस मैदान पर अपनी एक शानदार जीत का जश्न मना रहे थे, जिसने हमें फाइनल में पहुंचाया। आज हम थोड़ा मायूस हैं। लेकिन ये टीम काफी युवा है और हम अगले सीजन में और भी मजबूत होकर लौटेंगे।”‘टीम में लाया गया है नया कल्चर’पोंटिंग ने टीम की मानसिकता और कार्यशैली में बदलाव लाने को भी अपनी उपलब्धि बताया।

उन्होंने कहा, “जब मुझे कोच नियुक्त किया गया था, तभी मैंने साफ कर दिया था कि मैं टीम का माहौल बदलना चाहता हूं। चीजों को एक नई दिशा में ले जाना चाहता हूं और मुझे लगता है कि हम उसमें सफल रहे हैं।”