छपरा: शहर में आये दिन चोरी की घटना बढ़ते ही जा रही है.  रात के अंधेरे में चोर आसानी से चोरी की घटना को अंजाम देकर चंपत हो जा रहे हैं. बीती रात नगर थाना क्षेत्र के नेहरू चौक कॉपरेटिव कॉलोनी में चोरों ने प्राथमिक विद्यालय चैनवा में कार्यरत शिक्षिका अंजू आनंद के घर के मुख्य द्वार का ताला तोड़ कर घटना को अंजाम दिया.

शिक्षिका अंजू आनंद ने बताया कि वे ट्रेनिंग के सिलसिले में गोपालगंज गयी हुई थी. घर में ताला बंद था. अज्ञात चोरों ने इसी का फायदा उठा कर घर से लगभग 4 लाख रुपये के सामान और जेवर चुरा लिए है. शिक्षिका अंजू आनंद नेहरू चौक कॉपरेटिव कॉलोनी स्थित हरिहर प्रसाद सिंह के मकान में किराये पर रहती है.

विदित हो कि बीते दिनों शहर के मौना चौक और सलेमपुर में भी चोरों ने बंद घर को निशाना बना कर चोरी की घटना को अंजाम दिया था. पुलिस की रात्रि गश्ती नेहरू चौक एरिया में बराबर होती है. बावजूद इसके चोरों ने जितनी आसानी से घटना को अंजाम दिया वो उनके बढ़ते मनोबल को दर्शाता है. फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुटी है और चोरों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है.

मांझी: थाना क्षेत्र के सरयू नदी के किनारे जय प्रभा सेतू के पास शुक्रवार की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया गया है. शव की पहचान नहीं हो सकी है.

शव मिलने की सूचना पाकर थाना प्रभारी प्रभाकर पाठक मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. उन्होंने बताया कि मृतक के पास से एक झोला, टोर्च कुछ रुपये और बलिया जिले के रेवती से छपरा का रेल टिकट मिला है. शव के पहचान के लिए लोगों से संपर्क किया जा रहा है. ऐसा प्रतीत होता है कि मृत व्यक्ति नदी किनारे शौच आदि करने गया होगा उसी क्रम में फिसल गया होगा. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

छपरा: बिहार दिवस आगामी 22 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा. इस दिवस को यादगार बनाने के लिए डीएम दीपक आनंद की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि बिहार दिवस के दिन सभी सरकारी कार्यालयों एवं महत्वपूर्ण चौक चैराहों को नीली बती से जगमग किया जाएगा. वही सभी विद्यालयों में क्विज, निबंध, पेंटिंग, वाद-विवाद और रंगौली इत्यादि की प्रतियोगिता आयोजित करायी जाएगी. बिहार दिवस (22 मार्च) के प्रातः बिहार दिवस के थीम पर आधारित विभिन्न विद्यालयों की प्रभात फेरी निकाली जाएगी.

बिहार दिवस को इस बार एक दिन अर्थात् 22 मार्च को ही मनाने का निर्णय लिया गया. ऐसा पंचायत निर्वाचन एवं विधान परिषद् स्नातक निर्वाचन को देखते हुए किया जायेगा. मानस मंदिर के प्रांगण में विभिन्न सरकारी विभागों का स्टाॅल लगाया जाएगा तथा राजेन्द्र स्टेडियम में विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिता भी आयोजित होगी. वहीं संध्या में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा.

डीएम ने सभी संबंधित पदाधिकारी को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए. डीएम ने डीडीसी सुनील कुमार को विकास मेला, डीटीओ0 श्याम किशोर को सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, नजारत उप समाहर्ता एवं जिला खेल पदाधिकारी को खेल के आयोजन की जिम्मेवारी दी. उन्होंने कहा कि उप विकास आयुक्त अलग से संबंधित अधिकारियों की बैठक कर कार्यक्रम की विस्तृत रूप रेखा तैयार कर लेंगे. उन्होंने कहा कि 15 मार्च के पूर्व कार्यक्रम की तैयारी की उनके द्वारा एक बार फिर समीक्षा की जाएगी.

बैठक में डीडीसी सुनील कुमार, एएसपी सत्यनारायण, डीटीओ श्याम किशोर, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, डीपीआरओ बीके शुक्ला समेत संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.

नई दिल्ली: कैंसर से पीड़ित न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मार्टिन क्रो का निधन हो गया है. क्रो ने क्रिकेट से सन्यास लेने के बाद लेखक, प्रसारणकर्ता और मेंटर के रूप भी अपनी छाप छोड़ी. लिम्फोमा (खून का कैंसर) से पीड़ित क्रो ने अपने जीवन के अंतिम महीनों में खुद सार्वजनिक जीवन से अलग कर लिया था.

क्रो ने अपने देश के लिए 77 टेस्ट मैचों में 17 शतकों की मदद से 5444 रन बनाए. उनका सर्वोच्च योग 299 रन रहा है, जो कई सालों तक कीवियों की ओर से खेली गई सबसे बड़ी पारी रही. बाद में ब्रेंडन मैक्लम ने इसे तोड़ा. इसके अलावा क्रो ने 143 एकदिवसीय मैचों में अपने देश के लिए 4704 रन बनाए. क्रो 1992 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में खेले गए आईसीसी विश्व कप में अपनी टीम के कप्तान थे. 2015 में क्रो को आईसीसी हाल ऑफ फेम में शामिल किया गया था.

सिवान(DNMS): पिछले दिनों सीवान में आयोजित एक साहित्यिक गोष्ठी ने जहाँ शहर लोगों के व्यस्ततम जीवन को झंकझोरते हुए एक सुखद अनुभूति का अहसास कराया वही साहित्यिक धारा में महिला सशक्तिकरण का जबरदस्त हस्ताक्षर भी दर्ज करने का कार्य किया. हम चर्चा कर रहें है सीवान में सरस्वती साहित्य संगम के द्वारा आयोजित काव्यत्री आभा दूबे की काव्य संग्रह ‘हथेलियों पर हस्ताक्षर’ विमोचन के लिए आयोजित संगोष्ठी का.

siwan book 3

गौरतलब हो कि पिछले दिनों आभा दूबे की काव्य संग्रह ‘हथेलियों पर हस्ताक्षर’ के विमोचन के लिए डां. त्रिपाठी सियारमन के अध्यक्षता में एक संगोष्ठी आयोजित की गयी. उक्त गोष्ठी को संबोधित करते हुए आकाशवाणी पटना से पधारे ऋषिकेश सुलभ ने कहां कि काव्यत्री आभा दूबे ने अपने आसपास की घटनाओं व जीवन की सचाईओं एक कविता के रूप प्रस्तुत किया है. जिसे हम कह सकते है कि आभा की कविताएँ जीवन की सचाईओं की अभिव्यक्ति का दूसरा नाम है. उन्होंने कहां कि आने वाले दिनों में साहित्यिक आलोचक आभा के इन कविताओं को साहित्य जगत में महिला सशक्तिकरण के रूप निश्चित रूप रेखांकित करेंगे.

संगोष्ठी में पप्पू दूबे की टीम ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया वही प्रसिद्ध बासूरी वादक मुरारी सिंह ने अपनी बासूरी के तान पर सबको झुमने पर बाध्य कर दिया. संगोष्ठी का संचालन रामजी सिंह ने किया वही संगोष्ठी काव्य संग्रह व काव्यत्री का परिचय पत्रकार डॉ. विजय पाण्डेय ने कराया.

संगोष्ठी को डॉ. वाचस्पति शर्मा त्रिपाठी, अधिवक्ता रामदयाल तिवारी, डाक्टर रामचंद्र सिंह, ब्रजनंदन यादव, मनोज पाठक ने संबोधित किया वही इस मौके पर अधिवक्ता सुभाष्कर पाण्डेय, प्रो.रामानंद पाण्डेय, कवि परमहंस मिश्र प्रचंड, डॉ. अखिलेश्वर त्रिपाठी, प्रो.वी.के. तिवारी, राघेश्याम पाठक, कैलाश दूबे, नागेन्द्र दूबे, हरेन्द्र दूबे सहित दर्जनों की संख्या शहर के प्रबुद्ध जन उपस्थित थे.

 

{साभार: DNMS, सिवान}

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद में बोलते हुए कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की. उन्होंने देश में बढ़ी गरीबी का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी को इसका जिम्मेवार ठहराया. नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने शासन काल में देश में गरीबी की जड़े जमा दी हैं, जिसे उखाड़ने में हमारी सरकार को काफी मेहनत करनी पड़ रही है.

उन्होंने संसद की करवाई को सही तरीके से चलने देने की अपील करते हुए कहा कि संसद के नहीं चलने से सबका नुकसान है. उन्होंने कहा कि विपक्ष में कई नए होनहार और तेजस्वी सांसद हैं उन सांसदों को भी बोलने का मौका मिलना चाहिए.

प्रधानमंत्री ने 8 मार्च को महिला दिवस के अवसर पर संसद में सिर्फ महिला सांसदों को बोलने की अपील की.

नरेंद्र मोदी ने कहा की देश में बोलने का अधिकार है और अब लोग खुलकर अपने सवाल को सामने लाते है. बिना नाम लिए राहुल ग़ांधी की ओर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा की कुछ लोग बड़ों का सम्मान नहीं करते.

प्रधानमंत्री ने अफसरशाही की जवाबदेही को प्रमाणिक करने के लिए सांसदों को एकजुट होने की बात कही.उन्होंने कहा कि अफसर हमारे आपसी प्रतिद्वंदिता का फायदा उठा रहे है और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं नया हूं, आप सब अनुभवी है. आइये हम सब एक साथ मिलकर देश को तरक्की के राह पर ले जाएं. सरकारें आती-जाती रहेंगी पर देश अजर अमर रहेगा. मुझे विपक्ष का साथ चाहिए.

आधुनिकता के इस दौर में शादी-विवाह के समारोह में बारात के दौरान डीजे का डिमांड जिस प्रकार बढ़ा है उससे पुराने समय से बारात की रौनक बढ़ाते आ रहे हाथियों की मांग ना के बराबर हो गई है.

एक जमाना था जब बारात में हाथी, ऊंट, घोड़े आकर्षण का केंद्र हुआ करते थे. संभ्रांत लोग इसे विवाह समारोह की शोभा समझते थे. बारात के दौरान लोगों के मनोरंजन का केंद्र भी हाथी हुआ करते थे, पर जैसे-जैसे समय का चक्र बढ़ता गया और विवाह समारोह का जिस प्रकार आधुनिकीकरण हुआ, ऐसे में हाथियों की डिमांड अब ना के बराबर हो गई है.

डिमांड कम पर कीमत बरकरार

भले ही डीजे की धुन के सामने बारात में हाथी ले जाने का सिलसिला थम गया है, पर बुकिंग रेट के मामले में बैंड-बाजा और डीजे के आगे हाथियों की कीमत ज्यादा है. यदाकदा शौक़ीन लोग आज भी हाथियों की बुकिंग किया करते हैं.जहाँ डीजे 6 से 8 हजार में उपलब्ध है वहीं अगर बारात में हाथी ले जाने की बात हो तो शगुन के नाम पर शौकीनों को इससे कहीं ज्यादा रकम देनी पड़ती है.

हाथी रखने वाले कुछ लोगों ने बताया कि बढ़ती मंहगाई और भागदौड़ भरी जिंदगी में अब विवाह समारोह में खर्च का दायरा सीमित ही गया है, जिस वजह से अब लोग बारात में हाथियों को नहीं ले जाते. हालांकि इन सब बातों से परे ‘हाथी’ आज भी मदमस्त है. चाहे डीजे हो या अन्य कोई आकर्षण का केंद्र, आज भी यदि हाथी बारात में दिख जाये तो उसके दर्शन को लोगों का हुजुम लग जाता है.

बजट सत्र में संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए फेयर एण्ड लवली के जुमले का प्रयोग किया. संदर्भ काला धन का मुद्दा है. दरअसल 2014 के आम चुनाव के दौरान नरेन्द्र मोदी ने यह कहा था कि हम देश के बाहर रखे कालेधन को वापस लाएंगे. और उस दौरान यह भी कहा था कि विदेशों में इतना कालाधन पड़ा है कि अगर उसे देश में लाया जाए तो हर किसी के खाते में 15 लाख जमा हो जाएंगे.

अब गौर करने वाली बात है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि मैं ऐसा करूंगा ही. हां यह जरूर कहा था कि कालाधन रखने वालों को जेल के सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.
यह तथ्य है कि कालाधन पर सरकार ने थोड़ा सुस्ती से काम किया है. जिससे विरोधियों को हमला करने का अवसर मिला है. वैसे कालाधन पर हर सरकार कुछ ना कुछ स्किम लेकर आती रही है. पी चिदम्बरम ने पहले कई बार इस तरह की योजनाएं ला चुके हैं. जानकारों का भी मानना है कि काला धन निकालने का यही बेहतर विकल्प है. खैर, चूंकि सूट-बूट की सरकार वाले जुमले को वित्त मंत्री ने इस बजट में धोने का काम किया तो राहुल गांधी फेयर एण्ड लवली का जुमला लेकर आए हैं.

सवाल उठता है कि क्या देश में महज जुमलों की राजनीति होगी. जनता अब जुमलों से तंग आ चुकी है. उसे जमीन पर कुछ होता हुआ दिखना चाहिए. अभी तक पक्ष और विपक्ष दोनों में कालाधन के मामले में गंभीरता नजर नहीं आई है. इस संदर्भ में वित्त मंत्री ने एक सार्थक कदम उठाया है, जो स्वागत योग्य है. पर देखना यह है कि इसका वास्तव में कितना असर होता है और कितना कालाधन बाहर आता है. कालाधन किसी भी अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह खोखला बना देता है. यही नहीं इनका उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में भी होता है. इसलिए कलाधन के खिलाफ सभी को मिल कर काम करना चाहिए.

RAVI NARAYAN PANDEY

रवि नारायण पाण्डेय
Editor-at-Large

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को जेएनयू के छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अंतरिम जमानत दे दी. दिल्ली हाईकोर्ट से कन्हैया कुमार को छह महीने की अंतरिम जमानत मिली है. कन्हैया कुमार को 10 हजार रुपए के निजी मुचलके पर अंतरिम जमानत दी गई है. हाईकोर्ट ने कहा कि कन्हैया कुमार को जांच में सहयोग करना होगा और जरूरत होने पर जांचकर्ताओं के सामने खुद पेश होना पड़ेगा.

मालूम हो कि 9 फरवरी को जेएनयू में अफजल गुरु को लेकर हुए एक विवादास्पद कार्यक्रम में कथित देशद्रोह के नारे लगाने के आरोप में कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया था. उच्च न्यायालय से स्पष्ट किया कि कन्हैया के लिए जेएनयू के एक संकाय सदस्य को जमानतदार बनना होगा. उन्होंने कहा कि आरोपी को एक हलफनामा देना होगा कि वह जमानत आदेश की शर्तों का किसी भी प्रकार से उल्लंघन नहीं करेगा. कथित देशद्रोही नारे लगाने के आरोप में कन्हैया को 12 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था.

छपरा: इंटरमीडिएट परीक्षा के सातवें दिन जिले के विभिन्न केन्द्रों से 32 नकलची परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. जिनमे छपरा से 26 और मढ़ौरा से 6 परीक्षार्थी शामिल है. तपेश्वर सिंह काॅलेज से 5, एस.सी. काॅलेज, डोरीगंज से 6, शिवजनम राय काॅलेज से 4, रामजयपाल सिंह यादव काॅलेज से 11, जवाहरलाल नेहरू काॅलेज मढ़ौरा से 5, मढ़ौरा हाई स्कूल से 1 परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा गया और उन्हें परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया.

डीएम दीपक आनंद ने परीक्षार्थियों से नकल के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद नहीं करने की अपील की है. उन्होंने अभिभावकों से भी कहा है कि वे अपने बच्चों को नकल सामग्री परीक्षा केन्द्र पर नहीं ले जाने दे और उनके भविष्य को बर्बाद होने से बचाए क्योंकि प्रशासन कदाचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए दृढ़ संकल्पित है.

अंतरिक्ष में स्थापित इंटरनेशनल स्पेस सेंटर में एक साल गुजारने के बाद अंतरिक्ष यात्री स्कॉट कैली धरती पर वापस लौट आए हैं. उनके साथ रूस के अंतरिक्ष यात्री मिखाइल कोर्निएंको भी थे और दोनों ने एक साथ स्पेस में साथ गुजारा है. अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर एक अंतरिक्ष यान बुधवार को कजाख्स्तान में सफलतापूर्वक उतर गया.

नासा टेलीविजन के अनुसार स्थानीय समयानुसार 10 बजकर 26 मिनट (भारतीय समयानुसार नौ बजकर 36 मिनट) पर कजाख्स्तान के झेजकाजगन शहर के समीप एक मैदान पर सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए निर्मित अंतरिक्ष यान सोयूज उतरा. 


स्कॉट केली ने बनाया रिकॉर्ड

NASA के वैज्ञानिक केली और रूसी वैज्ञानिक मिखाइल ने स्पेस में 340 दिन गुजारे. करीब पांच महीने पहले इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए रूस के सर्गी वोलकोव के साथ वे दोनों लौटे.

 

Two thumbs up from NASA Astronaut Scott Kelly, seen resting in a chair outside of the spacecraft just minutes after he…

Posted by NASA – National Aeronautics and Space Administration on Tuesday, March 1, 2016

काबुल: अफगानिस्तान के जलालाबाद में भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास बुधवार को धमाका हुआ. भारतीय दूतावास के पास आतंकी हमले में पांच हमलावर मारे गए हैं. जबकि दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 19 स्थानीय नागरिक जख्मी हुए हैं.

जानकारी मिली है कि भारतीय दूतावास के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया था जबकि बाहर छुपकर कुछ आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी. ITBP और अफगान सुरक्षा बल आतंकियों से भारतीय दूतावास की सुरक्षा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी भी हुई. विस्फोट स्थल के निकट ही ईरान व पाकिस्तान के भी वाणिज्य दूतावास हैं. किसी भी समूह ने अभी तक इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है.