Dighwara: शुक्रवार की अहले सुबह छपरा-हाजीपुर NH 19 पर दिघवारा थाना क्षेत्र के उन्हचक गांव के समीप दो वाहनों की आपसी टक्कर में एक वाहन का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर भेजा गया. वहीं एक चालक व दो खलासी भी आंशिक रूप से चोटिल हुए. घटना के बाद एक चालक व दो खलासी घटनास्थल पर ही दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को छोड़कर भागने में सफल रहा. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों के आगे के हिस्से के परखचे उड़ गए.

मिली जानकारी के मुताबिक सब्जी लादकर एक ट्रक छपरा बाजार समिति की ओर जा रही थी तभी उन्हचक गांव के समीप उक्त ट्रक की सामने से आ रही डंपर से टक्कर हो गयी. इस घटना में एक चालक घायल हो गया.


वहीं घटना के बाद दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों के सड़क पर खड़े रहने के कारण छपरा हाजीपुर सड़क मार्ग पर लगभग सात घंटे तक वाहनों के परिचालन पर असर पड़ा और वाहन रेंगते नजर आए. पुलिस व स्थानीय लोगों की तत्परता से किसी तरह वाहनों को कई घंटों तक वनवे कराकर पास कराया गया.

बाद में थानाध्यक्ष मिहिर कुमार व मुखिया प्रतिनिधि कौशल सिंह समेत कई स्थानीय लोगों के सहयोग से क्षतिग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाया गया तब जाकर दोपहर एक बजे के बाद वाहनों का परिचालन पूर्ववत शुरू हो सका. लगभग सात घंटे तक वाहनों के परिचालन में हुए व्यवधान का असर यह हुआ कि कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें देखी गयी और जगह जगह विकराल जाम की स्थिति देखने को मिली.

गर्मी के बीच यात्रियों को पसीने से लथपथ देखा गया. हर कोई आगे बढ़ने की होड़ में दिखा जिससे कई जगहों पर जाम की स्थिति भयावह बनती दिखी. पट्टीपुल से लेकर सिताबगंज तक कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गयी और वाहनों पर सवार यात्री जाम खुलने के लिए प्रतीक्षारत देखे गए.पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को जप्त कर लिया है.प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही थी.

Chhapra: सारण के दसों विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा पदाधिकारियों एवम कार्यकर्ताओं से स्वास्थ्य मंत्री सह सारण जिला के प्रभारी मंत्री मंगल पांडेय ने बाढ़ एवं करोना के हालात का जायजा लिया.

जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने बताया कि जिले में लगातार 31जुलाई से 7 अगस्त तक प्रत्येक दिन दो विधानसभाओं का राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सह सारण के प्रभारी मंत्री एवं बिहार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय के द्वारा वर्चुअल बैठकों के माध्यम से समीक्षा की.

उन्होंने बताया कि सारण के दसों विधानसभा क्षेत्रों के मंडलध्यक्ष, महामंत्री एवं विधानसभा प्रभारी से शक्ति केंद्र एवं बूथ स्तर के एवं बाढ़ एवं करोना से प्रभावित गाँव एवं पंचायतों की समीक्षा की गयी. जिले का हाल कार्यकर्ताओं के माध्यम से लेने का काम जिले के प्रभारी मंत्री ने किया.

जिले के प्रभारी मंत्री ने बैठकों के माध्यम से समीक्षा करने के बाद कहा कि बाढ़ से जितने भी प्रभावित गाँव पंचायत है, सभी जगह पर जो कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया है उस बिंदु पर आवश्यक दिशा निर्देश प्रशासन को दिए जाएंगे एवं अविलंब बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों को उचित सुविधाएं बहाल की जाएगी.

उन्होंने कोरोना का हाल भी कार्यकर्ताओं से जाना और कहा कि जो भी कार्यकर्ताओं से फीडबैक प्राप्त हो रहे हैं उसके अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिया जा रहा है. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित लोगों का बढ़ चढ़ कर सहयोग करने की अपील भी की तथा करोना में सतर्क रहने की भी सलाह दी.

उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क आदि का प्रयोग अवश्य करें एवं आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें.

जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने प्रभारी मंत्री से जिले में किसानों को फसल क्षति के मुआवजा की मांग भी की और कहा कि यह मुआवजा अविलंब किसानों को मिले इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है. इस बैठक से जिले के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा एवं कोरोना से पीड़ित जनता का हाल जाना गया एवं उसके निदान करने का प्रयास किया गया.

सभी बैठको का संचालन प्रदेश की उपाध्यक्ष एवं प्रदेश महिला मोर्चा के प्रभारी नवोदिता सिंह ने किया. इन बैठकों में सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी, महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने भी इन बैठकों में उपस्थित होकर अपने-अपने क्षेत्रों का हालचाल जाना और अपने स्तर से भी निदान करने का प्रयास किया और दिन रात बाढ़ और कोरोना में जनता की सेवा में लगे रहने का भरोसा दिया. बैठक में सोनपुर के विधायक एवं पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विनय कुमार सिंह, गरखा के पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी, अमनौर के विधायक शत्रुघ्न तिवारी चोकर बाबा, छपरा के विधायक डॉक्टर सी एन गुप्ता, तरैया के पूर्व विधायक जनक सिंह, मसरख के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह, विधान पार्षद सच्चिदानंद राय, मढौरा के पूर्व विधायक लाल बाबू राय ,एकमा के पूर्व प्रत्याशी कामेश्वर सिंह मुन्ना, विधानसभा प्रभारी एवं जिला उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह, रणजीत सिंह, डॉ धर्मेंद्र सिंह, राजेश ओझा, जिला महामंत्री शांतनु कुमार, अनिल सिंह, रामाशंकर शांडिल्य, प्रवक्ता विवेक कुमार सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल, आईटी सेल के जिला संयोजक निशांत राज इत्यादि सभी मंडल अध्यक्ष, महामंत्री, विधानसभा के प्रभारी सहित सांसद विधायक एवं विधान पार्षद अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.

New Delhi: जम्मू-कश्मीर के दूसरे उपराज्यपाल के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को शपथ ली. जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा को गुरुवार को जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था. उनकी नियुक्ति तत्कालीन उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद हुई.

गौरतलब है कि राज्य के पहले उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था. मुर्मू को सीएजी बनाया गया है.

Chhapra: ज़िले के तमाम कॉलेजों में बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट में एडमिशन शुरू हो गया है. दसवीं पास छात्रों को एडमिशन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके तहत छात्रों को कॉलेजों की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा. जानकारी के अनुसार इंटरमीडिएट में नामांकन 12 अगस्त तक चलेगा.

छपरा के राजेंद्र महाविद्यालय में भी इंटर का नामांकन ऑनलाइन लिया जा रहा है. इसके लिए छात्रों को www.online.rajendracollege.org पर जाकर रजिस्टर करना होगा . वहीं से नामांकन की सारी जानकारी भरी जाएगी तथा प्रथम वर्ष का शुल्क भी ऑनलाइन जमा होगा. पूरी प्रक्रिया हो जाने के बाद छात्रों को फीस रसीद के साथ एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करना होगा तथा उसका प्रिंट अपने पास रखना होगा.

सभी दस्तावेज के भौतिक सत्यापन के उपरांत महाविद्यालय उनका नामांकन कंफर्म करेगा. दस्तावेज के भौतिक सत्यापन हेतु छात्रों को महाविद्यालय द्वारा सूचित किया जाएगा. वैश्विक महामारी को देखते हुए इस प्रक्रिया को अपनाया गया है ताकि छात्रों को सहज हो.

छात्रों को ऑनलाइन फॉर्म भरने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. प्राचार्य प्रमेंद्र रंजन सिंह ने बताया है कि ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा छात्र हित में लाभदायक है. सारी जानकारी महाविद्यालय के नोटिस बोर्ड, सोशल मीडिया पेज और वेबसाइट पर पोस्ट कर दी गई है.

नई दिल्ली: डिजिटल पेमेंट या ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए सरकार तमाम तरह के बदलाव ला रही है. इस प्रक्रिया को सरल भी बनाने की पूरी कोशिश हो रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे अपना सकें. कैशलेस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए रिजर्व बैंक ने बिना इंटरनेट के कार्ड या मोबाइल के जरिये छोटी राशि के भुगतान की अनुमति दे दी है. इस सुविधा के तहत एक बार में 200 रुपय तक की राशी को ‘ऑफलाइन’ होने के बावजूद ट्रांसफर किया जा सकता है. शुरूआती दिनों के लिए ये राशी बेहद कम रखी गई है लेकिन बाद में इसे बढाया जा सकता है.

अकसर देखा गया है कि इंटरनेट कनेक्शन नहीं होने की वजह से डिजिटल पेमेंट या ट्रांजैक्शन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. खासकर दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट का अभाव या उसकी कम स्पीड डिजिटल भुगतान में बाधा उत्पन करती हैं. इसको देखते हुए रिजर्व बैंक कार्ड, वॉलेट और मोबाइल उपकरणों के माध्यम से ऑफलाइन भुगतान का विकल्प उपलब्ध कराने वाली है. उम्मीद है कि इससे डिजिटल भुगतान को और बढ़ावा मिलेगा.

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के चलते बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने ने 10वीं और 12वीं कक्षा के ऐसे स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा नंबर या ग्रेस मार्क देकर पास किया है कि जो स्टूडेंट्स10वीं या 12वीं कक्षा की परीक्षा में एक या दो विषयों में फेल होने के कारण फेल हो गए थे. बिहार बोर्ड ने ग्रेस मार्क्स देकर पास करने का यह फैसला इन छात्रों की कम्पार्टमेंट परीक्षा कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण न करा पाने की वजह से लिया है. बिहार सरकार के इस फैसले से 10वीं और 12वीं कक्षा के करीब 02 लाख 14 हजार 287 छात्रों को फायदा हुआ है.

इस सम्बन्ध में बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB), पटना ने अपने जारी किए गए नोटिस में कहा है कि मैट्रिक और इंटर के 02 लाख 14 हजार 287 परीक्षार्थियों को बिना कम्पार्टमेंटल परीक्षा लिए ही पास किया गया है. इसमें उन्हीं परीक्षार्थियों को पास किया गया है, जो या तो एक विषय में या दो विषय में फेल हुए थे.

आपको यह भी बता दें कि इस साल मैट्रिक या 10वीं की परीक्षा और 12वीं या इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 03 लाख 40 हजार 633 स्टूडेंट्स एक या दो विषय में फेल हुए थे. जिनमें से 12वीं कक्षा के कुल 01 लाख 32 हजार 489 स्टूडेंट्स ऐसे थे जो केवल एक या दो विषय में फेल थे और यही स्टूडेंट्स कम्पार्टमेंटल परीक्षा देने के योग्य थे. जिसमें से 72,610 स्टूडेंट्स को ग्रेस मार्क्स के आधार पर पास कर दिया गया है.

http://matricspl.onlinebseb.in/

http://inter.onlinebseb.in/

नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूएस में टिकटॉक की मूल कंपनी के खिलाफ एक कार्यकारी आदेश जारी किया है. इस आदेश के अनुसार यूएस में टिक टॉक चलाने वाली कंपनी बाइट डांस के साथ अगले 45 दिन तक कोई लेन देन नहीं करेगी. आदेश में कहा गया है, “संयुक्त राज्य अमेरिका को हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए टिकटॉक के मालिकों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करनी चाहिए.”

राष्ट्रपति ट्रंप ने टिकटॉक को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. आदेश के अनुसार, “इस डेटा संग्रह से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को अमेरिकियों की व्यक्तिगत और मालिकाना जानकारी तक पहुंचने की अनुमति मिलती है. संभावित रूप से ये चीनी ऐप संघीय कर्मचारियों और ठेकेदारों के स्थानों को ट्रैक करने, ब्लैकमेल के लिए व्यक्तिगत जानकारी के डोजियर बनाने और कॉर्पोरेट जासूसी करने की अनुमति देता है.”

वहीं अमेरिकी सीनेट ने सर्वसम्मति से संघीय कर्मचारियों को सरकार की तरफ से दिए गए डिवाइस में टिक टॉक के यूज पर बैन लगा दिया है. यह बैन उस विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद लगाया गया है, जिस पर गुरुवार को सीनेट में वोटिंग की गई थी. व्हाइट हाउस ने टिकटॉक एप को सुरक्षा कारणों से खतरा बताया है.

नई दिल्ली: देश में आधार कार्ड पर निर्भरता काफी बढ़ गई है. वर्तमान समय में आधार कार्ड को नागरिक के पहचान पत्र के रूप में भी देखा जाता है. वहीं देशभर के बैंकों में ग्राहकों को अपने खातों को आधार कार्ड से लिंक करना आवश्यक हो गया है. मौजूदा समय में आधार कार्ड को बैंक अकाउंट, पैन कार्ड, मोबाइल नंबर आदि से लिंक करवाना अनिवार्य हो गया है.

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपका आधार कहां-कहां अपडेट हो गया है, तो इसे अब आप आसानी से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार कार्डधारकों के लिए आधार की अपडेट हिस्ट्री ऑनलाइन देखने की सुविधा दी हुई है.

यूआईडीएआई की इस सुविधा को बीटा वर्जन में लॉन्च किया जा चुका है. मौजूदा समय में अगर आप आपकी जानकारी मेल नहीं खाती है तो नाम, पता, मोबाइल नंबर जैसी जानकारियों को बदला जा सकता है. आधार में आप अपना पता बदलते हैं, या आपने आधार कार्ड बचपन में बनाया था और बड़े होने पर इसकी फोटो बजलना चाहते हैं तो आसानी से ऑनलाइन माध्यम से बदलकर इसका अपडेट ले सकते हैं.

कैसे करें चेक
सबसे पहले आधार कार्डधारक को यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर आधार अपडेट हिस्ट्री पर क्लिक करना होगा. इसके बाद एक सेक्शन खुलेगा. जिसके बाद यूजर्स को आधार नंबर या वर्चुअल आईडी और सिक्योरिटी कैप्चा भरना होगा. इसके बाद सिक्योरिटी कैप्चा डालना है और इसे डालते ही आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड आएगा. ओटीपी डालते ही यूजर अपनी हिस्ट्री को देख सकेगा.

नई दिल्ली: भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. पिछले 24 घंटे में दुनिया में किसी भी देश से सबसे अधिक केस भारत से ही आए हैं. शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कुल 62 हजार से अधिक केस आए. जबकि भारत के बाद अमेरिका और ब्राजील का नंबर रहा.

पिछले एक हफ्ते में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब भारत इस लिस्ट में सबसे ऊपर आया है, इससे पहले 3 अगस्त को जब भारत में 52 हजार के करीब मरीज मिले थे, तब वो भी सबसे अधिक थे. भारत में करीब 62 हजार मामले सामने आए हैं, जबकि अमेरिका में करीब 59 हजार और ब्राजील में 53 हजार केस आए हैं. दुनिया में इस वक्त ये तीन देश ही ऐसे हैं, जहां पर हर रोज आधे से अधिक केस सामने आ रहे हैं. भारत में पिछले करीब दो हफ्तों से हर रोज आने वाले केस का औसत 50 हजार से अधिक है.

New Delhi: देश में कोरोना वायरस संक्रमण का कहर लगातार बढता ही जा रहा है. भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 20 लाख को पार कर गई है. हालांकि अच्छी बात ये है कि अब तक 13.70 लाख लोग ठीक हो चुके हैं और मृत्यु दर भी कम हो रही है. संक्रमण के लिहाज से भारत दुनिया का तीसरा सबसे अधिक प्रभावित देश है.बीते 20 दिनों में संक्रमण दोगुना हुआ है. यह दर अमेरिका और ब्राजील की तुलना में भी अधिक है. संक्रमण के लिहाज से यही दो देश भारत से आगे हैं. भारत में अब तक कोरोना संक्रमण के कारण 41 हजार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. मरने वालों के आंकड़ों के आधार पर भारत दुनिया का पांचवा सबसे अधिक प्रभावित देश है.

New Delhi: देश में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या ने 20 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला किया है. राहुल ने ट्वीट के जरिए लिखा- 20 लाख का आकड़ा पार, गायब है मोदी सरकार. राहुल ने अपने इस ट्वीट में 17 जुलाई को किए गए ट्वीट का भी हवाला दिया है, जिसमें उन्होंने 10 लाख कोरोनावायरस मामलों के होने पर कहा था कि इसी तेजी से कोविड-19 फैला तो 10 अगस्त तक देश में 20 लाख से ज्यादा संक्रमित होंगे. सरकार को महामारी रोकने के लिए ठोस, नियोजित कदम उठाने चाहिए.

बता दें कि गौरतलब है कि देश में अब कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार काफी तेज हो गई है. पिछले कई दिनों में हर रोज 50 हजार से अधिक केस सामने आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत दुनिया में तीसरा देश बन गया. भारत में कोरोना वायरस के दो मिलियन से अधिक मामले रिपोर्ट किए गए। भारत इस समय संयुक्त राज्य अमेरिका के पीछे है, जो लगभग 50 लाख से ज्यादा मामलों के साथ कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है, और इसके बाद करीब 30 लाख मामलों के साथ ब्राजील है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर देशवासियों को संबोधित किया. इस कार्यक्रम का नाम कॉन्क्लेव ऑन ट्रांसफोरमेशनल रिफॉर्म्स इन हायर एजुकेशन अंडर नेशनल एजुकेशन पॉलिसी है. पीएम मोदी ने कहा कि बीते कई वर्षों से हमारी शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव नहीं हुए थे. परिणाम ये हुआ कि हमारे समाज में जिज्ञासा और कल्पना के मूल्यों को प्रमोट करने के बजाय भेड़ चाल को प्रोत्साहन मिलने लगा. आज मुझे संतोष है कि भारत की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी- राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बनाते समय, इन सवालों पर गंभीरता से काम किया गया. बदलते समय के साथ एक नई विश्व व्यवस्था खड़ी हो रही है. एक नया ग्लोबल स्टैंडर्ड भी तय हो रहा है.

पीएम ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए हम सभी को एकसाथ संकल्पबद्ध होकर काम करना है. यहां से विश्विद्यालय, कॉलेज, स्कूल शिक्षा बोर्ड, अलग-अलग राज्यों, अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स के साथ संवाद और समन्वय का नया दौर शुरु होने वाला है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति सिर्फ सर्कुलर जारी करके, नोटिफाई करके लागू नहीं होगी. इसके लिए मन बनाना होगा, आप सभी को दृढ़ इच्छाशक्ति दिखानी होगी. भारत के वर्तमान और भविष्य को बनाने के लिए आपके लिए ये कार्य एक महायज्ञ की तरह है.

पीएम मोदी ने कहा कि ये भी खुशी की बात है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद देश के किसी भी क्षेत्र से, किसी भी वर्ग से ये बात नहीं उठी कि इसमें किसी तरह का बायस है, या किसी एक ओर झुकी हुई है. कुछ लोगों के मन में ये सवाल आना स्वभाविक है कि इतना बड़ा रिफॉर्म कागजों पर तो कर दिया गया, लेकिन इसे जमीन पर कैसे उतारा जाएगा. यानि अब सबकी निगाहें इसके इंप्लीमेंटेशन की तरफ हैं.

पीएम मोदी बोले कि आज देशभर में इसकी व्यापक चर्चा हो रही है. अलग-अलग क्षेत्र के लोग, अलग-अलग विचारधाराओं के लोग, अपने व्यूज दे रहे हैं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रिव्यू कर रहे हैं. ये एक हेल्दी डिबेट है, ये जितनी ज्यादा होगी, उतना ही लाभ देश की शिक्षा व्यवस्था को मिलेगा. जितनी ज्यादा जानकारी स्पष्ट होगी फिर उतना ही आसान इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का इंमप्लीमेंटेशन भी होगा.