छपरा (सुरभित दत्त): कई बार ऐसे अवसर मिले जब नदी के रास्ते आरा जाने का मौका मिला. आरा शहर में रिश्तेदारों से मिलने तो कभी किसी और प्रयोजन से. पटना जाकर ट्रेन से आरा तक का सफ़र काफी परेशान भरा रहता था. मात्र 20 किलोमीटर और एक नदी का फासलाREAD MORE CLICK HERE