Chhapra: अपनी विभिन्न माँगों व ठेका प्रथा के विरोध में गुरुवार को जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया व सरकार विरोधी नारे लगाये. भीषण ठंढ में जिले के विभिन्न प्रखंडों से पहुँची सैकड़ों आँगन बाड़ी सेविका, सहायिका व अन्य ने समाहरणालय परिसर में आयोजित प्रदर्शन में भाग लिया.
इस अवसर पर जिला आंगनबाड़ी संघ के नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार के गलत नीतियों के कारण आंगनबाड़ी के कर्मी शोषण का शिकार हो रहें हैं. कर्मियों ने कहा कि विगत कई दशकों के विभिन्न प्रखंडों में आंगनबाड़ी के सेविका व सहायिका विभागीय कार्य को कर रही हैं जिसमे सरकार द्वारा सभी तरह के कार्यों को उनके द्वारा कराया जाता हैं, लेकिन उनको मानेदय के नाम पर विभाग व सरकार ठगने का कार्य कर रही हैं. सरकार ठेका प्रथा अपना कर नये पीढ़ी व अन्य का भविष्य खराब कर रही है.
वही गत दिनों बिहार राज्य आगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन इंटक के द्वारा आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन परियोजना कमेटी अध्यक्ष भोला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना का आयोजन गरखा में किया गया. जिसमे सेविका सहायिका का विगत 18 माह से मानदेय का भुगतान नहीं होने, मकान किराए का भुगतान समय से ना होना एवं कर्मचारी का दर्जा सामान्य कार्य के अनुसार सामान्य वेतन प्रणाली लागू करना श्रम कानून में संशोधन व निजी करण उदारीकरण ठेका प्रथा, मानदेय प्रथा आदि पर रोक लगाने एवं हड़ताल अवधि का मानदेय ना काटने जैसे विभिन्न मांगों को लेकर धरना पर बैठे सेविका सहायिका ने आस्वस्त किया कि हमारी मांगों पर सरकारी तंत्र को ध्यान देना चाहिए इतने कम दैनिक मजदूरी सर्वोच्च न्यायालय के नियमों का उल्लंघन करता है.इसलिए सरकार हमारी मांगों को.
बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष संजू स जिसमें मुख्य रुप से संजू सिंह ,रीता सिंह,लक्षमी देवी ,पूनम देवी, रेहाना तबस्सुम, मीना देवी, अनीता देवी, सविता देवी, सीता देवी संगीता देवी, रेखा कुमारी, पुष्पा कुमारी, राधा सिन्हा, सलमा खातुन,सुनीता देवी ,बसंती देवी इत्यादि प्रमुख सेविका ने भाग लिया.