Chhapra: महापर्व छठ उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. व्रतियों ने अर्घ्य देकर 36 घंटे से जारी व्रत को तोड़ा. सुबह सवेरे से नदी घाटों पर श्रद्धालु जुटने लगाए थे. घाटों पर पहुंच लोगों ने पहले कोसी भरा फिर नदी के पानी में खड़े होकर भगवान भास्कर के दर्शन देने तक इंतज़ार किया. भगवान भास्कर के दर्शन देते ही अर्घ्य समर्पित करने की प्रक्रिया शुरू हुई. सभी ने अर्घ्य दिया और प्रसाद ग्रहण किये.
भगवान भास्कर को अर्घ्य के बाद खरना के दिन से चला आ रहा 36 घंटों का व्रत सम्पन्न हो गया. सभी ने भगवान भास्कर और छठी मैया से अपने और अपने परिवार की सुख, समृद्धि और मंगल की कामना की.