छपरा: शनिवार की रात से मस्जिदों में तरावीह शुरू हो जाएगी और रविवार से पहला रोजा रखा जायेगा. इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नौवां महीना सबसे पाक होता है, जो कि रमजान का महीना है. इस्लाम धर्म में अच्छे इंसान को बखूबी परिभाषित किया गया है. इसके लिए मुसलमान होना ही काफी नहीं, बल्कि बुनियादी पांच कर्तव्यों को अमल में लाना आवश्यक है.
पहला इमान, दूसरा नमाज, तीसरा रोजा, चौथा हज और पांचवां जकात. इस्लाम में बताए गए इन पांच कर्तव्य इस्लाम को मानने वाले इंसान से प्रेम, सहानुभूति, सहायता तथा हमदर्दी की प्रेरणा स्वतः पैदा कर देते हैं.
रमजान में रोजे को अरबी में सोम कहते हैं. जिसका मतलब है रुकना. जकात इसी महीने में अदा की जाती है.