छपरा (प्रभात किरण हिमांशु): विधानसभा चुनाव में 118 छपरा विधान सभा क्षेत्र में चुनावी रणभूमि सज चुका है. महागठबंधन, एनडीए, बसपा समेत प्रमुख पार्टियों के बागी प्रत्याशी निर्दलीय मैदान में कूद कर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. छपरा सीट से इस बार मुकाबला रोमांचक बन गया है. महागठबंधन से राजद के निवर्तमान विधायक रणधीर कुमार सिंह (लालटेन छाप) मुकाबले में है, वहीं एनडीए से भाजपा ने पूर्व बागी प्रत्याशी डॉ सीएन गुप्ता (कमल छाप) पर भरोसा जताया है.
इस बार के चुनाव में महागठबंधन एवं एनडीए दोनों ही पक्षों को बागी प्रत्याशी झेलने पड़ रहे है. भाजपा के पूर्व प्रत्याशी कन्हैया सिंह को टिकट न मिलने पर निर्दलीय (टेलीफोन छाप) चुनाव लड़ रहे है, वहीँ राजद के पूर्व मंत्री उदित राय ने सम्मान का हवाला देते हुए निर्दलीय (टॉर्च छाप) मैदान में कूद पड़े है. भाजपा से टिकट न मिलने पर सुभाष राय उर्फ़ झरिमन राय भी बहुजन समाज पार्टी (हाथी छाप) से ताल ठोक रहे है. भाजपा के ही बागी संतोष मिश्रा ने भी निर्दलीय (नारियल छाप) से चुनाव लड़कर प्रतिस्पर्धा को रोमांचक मोड़ पर ला दिया है.
कुल मिलाकर इस बार 14 प्रत्याशी छपरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे है. उदित राय, कन्हैया सिंह, झरिमन राय, राजद तथा भाजपा को चुनावी गणित का हिसाब-किताब बता रहे है वही महागठबंधन तथा एनडीए के प्रत्याशी अपने-अपने जीत को सुनिश्चित बताते दिख रहे है.
जातिगत समीकरण पर लड़े जाना वाला छपरा का चुनाव कई मामलों में प्रतिष्ठा की जंग बन गया है. सभी प्रत्याशी पूरी जोर आजमाईस करते हुए नज़र आ रहे है. फिलहाल देखना यह है की 28 अक्टूबर को जनता किसके पक्ष में ईवीएम का बटन दबाती है.